नकारात्मक प्रचार-प्रसार कर संस्था की छवि धूमिल करने का आरोप, जय अम्बे इमरजेंसी सर्विसेस का दावा- पूरे नियम प्रक्रिया के बाद मिला टेंडर.. जल्द ही 100 से अधिक एंबुलेंस छत्तीसगढ़ में होंगे लॉन्च..
1 min readरायपुर 8 जनवरी, 2020। जय अम्बे इमरजेंसी सर्विसेस द्वारा छत्तीसगढ़ में पूरी निष्ठा और सेवाभाव से संजीवनी 108 के माध्यम आपातकालीन सेवा का संचालन किया जा रहा है। लेकिन कंपनी के खिलाफ हो रहे षड्यंत्र को लेकर कंपनी के मैनेजर ने आरोप लगाया है। उनका कहना है कि कुछ लोगों द्वारा संस्था की छवि को धूमिल करने और सुचारु रूप से चल रही सेवा को बाधित करने हेतु नकारात्मक प्रचार- प्रसार किया जा रहा है। जबकि हमारी संस्था द्वारा टेंडर प्रक्रिया में शामिल होने के पूर्व सभी निमयों और अनुबंध की शर्तों का पालन किया गया है। संजीवनी -108 सेवा के संचालन के लिए टेंडर प्रक्रिया ऑनलाइन माध्यम से की गयी थी। इस सेवा के संचालन के लिए हमारी संस्था के अलावा अन्य कंपनियों ने भी हिस्सा लिया था।
ज्ञात हो कि जय अंबे इमरजेंसी सर्विसेज संस्था द्वारा लम्बे समय से शव वाहन के साथ ही प्रदेश में मोबाइल मेडिकल यूनिट का भी संचालन किया जा रहा है। इसके साथ ही संस्था कंसोडियम पार्टनर सम्मान फाउंडेशन को इमरजेंसी सर्विसेस का अनुभव है।
जय अंबे एमरजैंसी सर्विसेज द्वारा एक प्रेस रिलीज जारी कर बताया कि संजीवनी- 108 के लिए सम्मान फाउंडेशन, प्रगति इंडिया रोड लाइन और जय अम्बे रोड लाइन, जय अम्बे इमरजेंसी सर्विसेस के लिए कंसोडियम पार्टनर के रूप में काम कर रही हैं। वहीं मोबाइल मेडिकल यूनिट के लिए कंसोडियम पार्टनर के रूप में जय अम्बे इमरजेंसी सर्विसेस और सम्मान फाउंडेशन काम कर रही हैं।
संस्था द्वारा शासकीय क्षेत्र की कंपनी एनएमडीसी किरंदुल में भी हाईटेक एम्बुलेंस के माध्यम से सेवा प्रदान की जा रही है। इसके अलावा निजी क्षेत्र की संस्था और हॉस्पिटल में भी कम्पनी अपने एम्बुलेंस के माध्यम से सेवाएं दे रही हैं। जिनमें वी-वाय हॉस्पिटल, वेदांता, एसएमसी हॉस्पिटल रायपुर प्रमुख नामों में से एक हैं।
सभी दस्तावेजों को बारीकी से जाँच करने के बाद ही संस्था को आपातकालीन सेवा के संचालन का जिम्मा सौंपा गया।
ईएमटी सर्टिफिकेट के सन्दर्भ में जिन बातों का आरोप संस्था पर लगाया जा रहा है। उस पर आपका ध्यानाकर्षण कराते हुए बताना चाहते हैं कि योग्य उम्मीदवारों का ही चयन संस्था द्वारा किया गया है।
ज्ञात हो कि वर्तमान में सेवा दे रहे अधिकांश ईएमटी और पायलट पूर्व में संजीवनी – 108 सेवा का संचालन करने वाली कम्पनी में सेवा दे रहे थे। उनका ही नियमितीकरण हमारी संस्था द्वारा किया गया है एवं अन्य ईएमटी और पायलटों की भर्ती नियमानुसार की जा रही है।
ऑनलाइन टेंडर प्रक्रिया में दिए जाने वाले सभी नियमों का पालन कर ही टेंडर प्रक्रिया की बिडिंग की जा सकती है जिससे की त्रुटि की सम्भावना नहीं होती।
संस्था को अनुबंध की शर्तों के अनुसार 180 दिनों का समय पुराने गाड़ियों को बदलकर नए वाहन लाने के लिए दिया गया है। किन्तु संस्था आपातकालीन सेवाओं की महत्वता को समझते हुए 300 गाड़ियां 2 से 3 माह के भीतर की देने का प्रयास कर रही हैं। इसी क्रम में 100 से अधिक गाड़ियां रायपुर स्थित कंपनी की यार्ड में आ भी चुकी हैं, जिसको जल्द से जल्द जनवरी माह में छत्तीसगढ़ की जनता को समर्पित किया जायेगा।
वर्तमान परिस्थिति में अधिकांश एम्बुलेंसेस का पूर्व में सेवा दे रही कंपनी द्वारा तय समय में मरम्मत नहीं कराये जाने के कारण कुछ जगहों पर दिक्कतें आ रही हैं। संस्था इन चुनौतियों का भी सामना करते हुए बेहतर से बेहतर आपातकालीन सेवा लोगों को प्रदान कर रही है। जहाँ पर पर गाड़ियों में तकनीकी खराबियां आ रही है वहां प्राइवेट एम्बुलेंस की सहायता से सेवा देने का प्रयास किया जा रहा है।
संस्था प्रदेश की जनता को आपातकालीन सेवा संजीवनी -108 के माध्यम से बेहतर और उत्कृष्ट सेवा देने हेतु प्रतिबद्ध है। विभाग द्वारा यदि किसी प्रकार की कोई जाँच की जाती है तो हमारी संस्था पूरा सहयोग करेगी।