RAIPUR | SI अभ्यर्थियों ने पुलिस में लिखाई FIR, कहा – ‘गुम हो गए है जांच अधिकारी, अब आप ही है हमारी आखिरी आस’, पढ़े क्या है भर्ती प्रक्रिया का पूरा मामला….!
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रायपुर। सिविल लाइंस थाने में एसआई अभ्यर्थी एक ऐसे मामले को लेकर एफआईआर दर्ज कराने पहुंचे, जिसकी उम्मीद नहीं की जा सकती। दरअसल एसआई भर्ती प्रक्रिया की तकनीकी जांच करने गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने अभ्यर्थियों को आश्वासन दिया था।
तकनीकी जांच में कौन अधिकारी शामिल हैं, जांच में क्या निकला, इसकी जानकारी नहीं मिलने पर अभ्यर्थियों की ओर से थाने में जांच अधिकारियों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करने टीआई को आवेदन दिया।
गौरतलब है, वर्ष 2018 में तत्कालीन राज्य सरकार ने लंबे अरसे से रिक्त पड़े सूबेदार, उप निरीक्षक संवर्ग और प्लाटून कमांडर के 655 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मंगाए। इन पदों की भर्ती के लिए आवेदन की प्रक्रिया 28 अगस्त से 16 सितंबर तक चली थी। इसमें सामान्य वर्ग से 400 तथा एसटीएससी तथा पिछड़ा वर्ग से 200 रुपए शुल्क लिया गया था। 2 साल से ज्यादा समय गुजर जाने के बाद भी परीक्षा आयोजित नहीं की गई। इसी बीच वर्तमान राज्य सरकार ने फरमान जारी कर भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगा दी। साथ ही गृहमंत्री ने अभ्यर्थियों को आश्वासन दिया कि भर्ती प्रक्रिया की तकनीकी जांच कराने के बाद भर्ती प्रक्रिया चालू की जाएगी।
जांच अधिकारियों को ढूंढने गुहार
सब इंस्पेक्टर के अभ्यर्थी सुनील महतो के अनुसार गृहमंत्री ने 23 जून को मीडिया में बयान दिया था कि उन्होंने दो अधिकारियों को नियुक्त कर दिया है, ताकि वो इस भर्ती की तकनीकी जांच करें और भर्ती प्रक्रिया को आगे बढ़ाएं। आज उनके बयान को 2 महीने बीत गए, लेकिन भर्ती प्रक्रिया न आगे बढ़ी, साथ ही इस संबंध में वेबसाइट पर भी किसी प्रकार से कोई जानकारी नहीं दी गई है। इस मामले की जांच करने किन दो अधिकारियों को नियुक्त किया गया है, इसकी जानकारी किसी को नहीं है। इस वजह से जांच अधिकारियों की गुमशुदगी की अर्जी देने थाने आने की बात सुनील ने कही।
आवेदन दिया है
एसआई अभ्यर्थियों की ओर से एसआई भर्ती प्रक्रिया के लिए जांच अधिकारी किसे नियुक्त किया है, इसकी जानकारी नहीं होने की बात का उल्लेख करते हुए अधिकारियों की खोज करने संबंधित आवेदन दिया है।
– आरके मिश्रा, टीआई सिविल लाइंस