RAKHI SPECIAL | इस दिशा में बैठकर ना बांधें राखी, रक्षाबंधन पर ये 6 गलतियां करने से बचें
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रक्षाबंधन का शुभ त्योहार आ चुका है. रक्षाबंधन पर एक मुहूर्त ऐसा भी है जो ना सिर्फ भाई-बहन को लंबी उम्र देगा, बल्कि उनके भाग्य को भी मजबूत बनाएगा. राखी बांधने का सर्वश्रेष्ठ शुभ मुहूर्त सुबह 9 बजकर 25 मिनट से सुबह 11 बजकर 28 मिनट तक रहेगा. रक्षाबंधन के इस पवित्र त्योहार पर जाने-अनजाने लोगों से बड़ी गलतियां होती हैं, जिन्हें करने से बचना चाहिए.
ज्योतिर्विद अश्विनी मंगल का कहना है कि रक्षाबंधन के दिन भाई-बहनों को कई खास बातों का ध्यान रखना चाहिए. रक्षा सूत्र बांधते वक्त यदि इन खास बातों पर ध्यान ना दिया जाए तो त्योहर असफल माना जाता है.
1. राखी बांधते वक्त बहनों का चेहरा दक्षिण-पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए. जबकि भाइयों को उत्तर-पूर्व दिशा की ओर देखना चाहिए. इस दौरान किसी अन्य दिशा में ना देखें.
2. ज्योतिर्विद के मुताबिक, भाई की कलाई पर काले रंग का धागा या राखी, टूटी या खंडित राखी, प्लास्टिक की राखी और अशुभ चिह्नों वाली राखी नहीं बांधनी चाहिए.
3. भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधते वक्त बहनों को ‘येन बद्धो बलिराजा, दानवेन्द्रो महाबलः तेनत्वाम प्रति बद्धनामि रक्षे, माचल-माचलः’ मंत्र का जाप करना चाहिए. इससे भाई की विशेष कामनाओं की सिद्धि होती है.
4. राखी बंधवाते वक्त भाई को जमीन पर नहीं बैठाना चाहिए. भाई को पीढ़े पर ही बैठाना चाहिए और उसके सिर पर रुमाल या कोई साफ कपड़ा होना जरूरी है. ऐसा करना भाई-बहनों के लिए लाभकारी होता है.
5. राहुकाल और भद्रा काल में राखी बांधने से परहेज करना चाहिए. इस दौरान राखी बांधना बेहद अशुभ माना जाता है. इस बार इसके बाद, सुबह 7 बजकर 25 मिनट से सुबह 9 बजकर 05 मिनट के बीच राहु काल रहेगा. इस दौरान राखी ना बांधें.
6. रक्षा सूत्र तीन धागों का होना चाहिए. लाल पीला और सफेद. अन्यथा लाल और पीला धागा तो होना ही चाहिए. रक्षा सूत्र में चंदन लगा हो तो बेहद शुभ होगा. कुछ न होने पर कलावा भी श्रद्धापूर्वक बांध सकते हैं.