बस्तर में स्वास्थ्य सुविधाएं इतनी बेहतर होंगी कि लोग इलाज कराने यहां आएंगे : भूपेश बघेल, क्षेत्र के विकास के लिए लगभग 244 करोड़ रूपए की सौगात
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रायपुर । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अपने रायपुर निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बस्तर जिले के मुख्यालय जगदलपुर स्थित महारानी अस्पताल में 07 करोड़ 27 लाख रूपए की लागत से कराए गए नवीन कार्यो का लोकार्पण किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर के लोगों का महारानी अस्पताल से भावनात्मक लगाव है। नई सरकार महारानी अस्पताल को इस क्षेत्र के सर्वसुविधा सम्पन्न अस्पताल के रूप में विकसित करने का काम कर रही है। महारानी जिला अस्पताल की सुविधाएं देश के किसी भी जिला अस्पताल से कम नहीं है। अभी बस्तर के लोगों को इलाज के लिए बाहर जाना पड़ता है। राज्य सरकार यहां अच्छी से अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के प्रयास कर रही है, जिससे बाहर के लोग भी बस्तर आकर अपना इलाज करा सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर में स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए डॉक्टरों की कमी न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाए। मुख्यमंत्री ने महारानी अस्पताल में 01 करोड़ रूपए की लागत से मातृ-शिशु स्वास्थ्य संस्थान कादम्बिनी में कराए गए उन्नयन कार्य और 04 करोड़ 58 लाख रूपए की लागत से महारानी अस्पताल में मातृ-शिशु पैथोलॉजी लैब, ब्लड बैक एवं डायलिसिस के लिए आवश्यक उपकरण का लोकार्पण किया।
इसी तरह उन्होंने महारानी अस्पताल में लगभग 50 लाख रूपए की लागत से नेत्र वार्ड के नवीनीकरण, लगभग 49 लाख रूपए की लागत से अस्पताल के द्वितीय तल परिवर्धन के कार्य और 50 लाख रूपए की लागत से वर्तमान ओपीडी-एमसीएच के निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया। श्री बघेल ने कार्यक्रम में क्षेत्र के विकास के लिए सड़क, पुल-पुलिया, शिक्षा, स्वास्थ्य और खेलकूद की अधोसंरचना विकसित करने के लिए 244 करोड़ 25 लाख रूपए की लागत के 61 निर्माण कार्यो का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। उन्होंने इनमें से 22 करोड़ 87 लाख रूपए की लागत के 11 कार्यो का लोकार्पण और 221 करोड़ 38 लाख रूपए की लागत के कार्यो का भूमिपूजन और शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला प्रशासन के सहयोग से बस्तर में लघु वनोपजों के वेल्यू एडिशन का अच्छा कार्य किया जा रहा है। बकावण्ड स्थित काजू प्रसंस्करण के फिर से शुरू होने से काजू प्रसंस्करण से जुड़ी महिलाओं को इसका लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष के जैसे ही इस साल भी मलेरिया उन्मूलन और उल्टी, दस्त की रोकथाम के लिए बेहतर प्रबंधन की आवश्यकता है। उन्होंने मलेरिया मुक्त अभियान और कुपोषण के खिलाफ अभियान में सफलता के लिए जिला प्रशासन को बधाई दी। एनआईसी द्वारा बस्तर क्षेत्र में पहली बार डिजिटल प्लेटफार्म पर वीडियो कॉन्फ्रंेंसिंग के माध्यम से ग्रामीणों से चर्चा करायी गई।
मुख्यमंत्री ने युवोदय के वालिन्टियर्स तथा जिला प्रशासन से कहा कि बस्तर की आबोहवा के अनुकूल फलदार वृक्ष लगाएं, जिससे वहां के रहवासियों को उसका लाभ मिले। इंद्रावती नदी नदीतट वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत् तिरथा ग्राम पंचायत में युवोदय के वॉलिंटियर द्वारा मुख्यमंत्री श्री बघेल के नाम पर 50 हजारवां वृक्षारोपण किया गया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने वीडियों कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से युवोदय के वालिन्टियर्स से चर्चा की। वृक्षारोपण से बस्तर की जीवन रेखा इंद्रावती नदी की खूबसूरती में चार चांद लगेंगे। उन्होंने कहा कि काजू की भांति महुआ, ईमली सहित अन्य 31 लघु वनोपजों मंे वेल्यू एडिशन का काम होना चाहिए। उन्होंने इस बात खुशी जताई कि बस्तर के डिलमिली और दरभा क्षेत्र की आबोहवा काफी के लिए अनुकूल है। यहां 20 एकड़ में काफी उत्पादन के लिए किसानों को जोड़ा गया है।
मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रंेसिंग के जरिए बस्तर कॉफी, बस्तर काजू, बस्तर हल्दी जैसे प्रसंस्कृत उत्पादों की लॉन्चिंग की। उन्हांेने कहा कि इन उत्पादों की मार्केटिंग के लिए व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए और प्राईवेट कम्पनियों से अनुबंध किया जाए। यह भी ध्यान रखा जाए जितनी बाजार मांग हो, उसके अनुरूप उत्पादन हो। मुख्यमंत्री ने आमचो बस्तर अभियान के लोगो (प्रतीक चिन्ह) जारी किया। इस अभियान में वृक्षारोपण और लघु वनोपजों के प्रसंस्करण का काम किया जा रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव अम्बिकापुर से, मुख्यमंत्री निवास से वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर और उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने लोकार्पण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए बस्तर वासियों को अपनी शुभकामनाएं दी। स्कूल शिक्षा मंत्री और बस्तर जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम सूरजपुर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यक्रम में जुड़े। जगदलपुर के महारानी अस्पताल कार्यक्रम स्थल पर बस्तर सांसद श्री दीपक बैज, संसदीय सचिव श्री रेखचंद जैन, विधायक सर्वश्री चंदन कश्यप और राजमन बेंजाम, क्रेडा के अध्यक्ष श्री मिथलेश स्वर्णकार और जगदलपुर महापौर श्रीमती शफीरा साहू सहित अनेक जनप्रतिनिधि और प्रबुद्ध नागरिक उपस्थित थे।