नीरज उपाध्याय/केशकाल:- छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के जस्टिस सचिन सिंह राजपूत शुक्रवार को बस्तर दौरे पर थे। इस दौरान देर शाम उन्होंने केशकाल के टाटामारी पहुंच कर रात्रि विश्राम किया। ततपश्चात सुबह पुलिसकर्मियों के द्वारा उन्हें सलामी दी गई। जस्टिस राजपूत को जब टाटामारी के नीचे स्थित भंगाराम माई के दरबार के इतिहास और वहां लगने वाले देवी देवताओं की अदालत के बारे में जानकारी मिली तो वह भंगाराम माई का दर्शन करने भी पहुंचे। जहां उन्होंने भंगाराम माई का दर्शन कर आशीर्वाद लिया। दर्शन के पश्चात जस्टिस राजपूत ने केशकाल व्यवहार न्यायालय का भी निरीक्षण कर आवश्यक दिशानिर्देश दिए। ततपश्चात वह नारायणपुर व कोंडागांव के लिए रवाना हुए।
आपको बता दें कि बिलासपुर स्थित हाई कोर्ट में प्रदेश भर के आपराधिक प्रकरणों के बड़े बड़े अपराधियों को न्यायाधीशों के द्वारा सजा सुनाई जाती है। वहां के जज सचिन सिंह राजपूत को भंगाराम माई की अदालत और यहां के इतिहास ने अपनी ओर आकर्षित किया। ऐसे में इंसानों की सबसे बड़ी अदालत के न्यायाधीश ने देवी देवताओं की अदालत पहुंच कर दर्शन किया और आशीर्वाद भी मांगा। इस दौरान भंगाराम मंदिर समिति के सदस्य बलराम गौर ने जस्टिस राजपूत को भंगाराम माई के दरबार मे प्रतिवर्ष भादो मास में लगने वाली जात्रा और देवी देवताओं की अदालत के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी भी दिया। जिसे सुन कर जस्टिस सचिन सिंह राजपूत को भी अलौकिक आनंद की अनुभूति हुई। इस दौरान हाईकोर्ट रजिस्टर मजूर अहमद, डिस्ट्रिक्ट जज किरण चतुर्वेदी, न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी सौम्य राय, पुलिस अधीक्षक पंकज चंद्रा, एसडीओपी अरुण नेताम, फारेस्ट एसडीओ सुषमा जे. नेताम व टीआई ज्ञानेंद्र सिंह चौहान भी मौजूद रहे।
नीरज उपाध्याय की रिपोर्ट…..
