Chhattisgarh | Saumil’s death case at IIT Bhilai, questions swirling from the health centre to the system!
भिलाई। आईआईटी भिलाई के बीटेक छात्र सौमिल साहू की मौत के मामले में बड़ा मोड़ सामने आया है। क्लासमेट्स और अन्य छात्रों के चैट मैसेज वायरल हो रहे हैं, जिसमें मैनेजमेंट और पुलिस प्रशासन पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए गए हैं।
छात्रों का दावा है कि सौमिल की तबीयत बिगड़ने से लेकर उसकी मौत तक, हेल्थ सेंटर की लापरवाही साफ दिखती है। वायरल चैट में छात्रों ने लिखा है कि ऑक्सीमीटर, हार्ट रेट मशीन और ऑक्सीजन सिलेंडर तीनों खराब थे। किसी में बैटरी नहीं, कोई चालू नहीं हुआ और कहीं सही मास्क तक उपलब्ध नहीं था।
वहीं, चैट में एक और गंभीर आरोप सामने आया सौमिल के पिता को कैंपस में छात्रों से मिलने नहीं दिया गया, और यहां तक कि पुलिस ने उनका लगभग 50 किलोमीटर तक पीछा किया, जिसकी पुष्टि परिजन भी कर रहे हैं।
छात्रों ने आरोप लगाया कि हेल्थ सेंटर में बैठे व्यक्ति के पास किसी मेडिकल डिग्री तक नहीं, वह पहले डायरेक्टर का ड्राइवर था। साथ ही चैट में लिखा गया कि यह “सीधी हत्या है, पूरा सिस्टम भ्रष्ट है।”
छात्रों का कहना है कि सौमिल चार बार हेल्थ सेंटर गया, लेकिन सिर्फ एक बार डॉक्टर मिला, वो भी बिना जांच के केवल पैरासिटामोल और ORS देकर भेज दिया गया।
जब छात्रों ने दो महीने पहले डायरेक्टर से दो एंबुलेंस की मांग की थी, तो जवाब मिला कि “फीस बढ़ानी पड़ेगी।”
परिजन भी मैनेजमेंट के बयान को झूठा बता रहे हैं। सौमिल के जीजा कमलेश साहू ने कहा कि, “नाश्ते के बाद उल्टी हुई थी, इससे कोई नहीं मरता। यह पूरी घटना मैनेजमेंट की लापरवाही और मेडिकल फैसिलिटी की कमी का नतीजा है।” परिजनों ने ओवरडोज़ देने का भी आरोप लगाया है।
पोस्टमार्टम में मौत की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी, इसलिए विसरा जांच के लिए भेजा गया है। सौमिल के सिर पर हल्की चोट भी मिली है, जिसकी वजह स्पष्ट नहीं है।
दूसरी ओर, आईआईटी प्रबंधन का कहना है कि उन्होंने मामले को गंभीरता से लिया है और फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई है, जिसमें AIIMS के डॉक्टर और छात्र प्रतिनिधि शामिल हैं। साथ ही उन्होंने दुर्ग एसपी को पत्र लिखकर जांच कराने की मांग भी की है।
गौरतलब है कि सौमिल साहू, नर्मदापुरम (MP) का रहने वाला था और 11 नवंबर को उसकी तबीयत अचानक बिगड़ने के बाद अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
