नई दिल्ली। देशभर में आज श्रद्धा और उल्लास के साथ दीपावली का पर्व मनाया जा रहा है। ज्योतिषीय मान्यताओं और पंचांग गणना के अनुसार, दिवाली का त्योहार कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। आज के दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की आराधना कर धन, सुख और समृद्धि की कामना की जाती है।
लक्ष्मी-गणेश पूजन का शुभ मुहूर्त
आज लक्ष्मी-गणेश पूजा का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त रात 7 बजकर 08 मिनट से 8 बजकर 18 मिनट तक रहेगा।
पूजन अवधि — 1 घंटा 11 मिनट।
प्रदोष काल में दीप प्रज्वलन का समय — शाम 5:46 से रात 8:18 बजे तक।
वृषभ काल — शाम 7:08 से रात 9:03 बजे तक।
महानिशीथ काल — रात 11:36 से 21 अक्टूबर की रात 12:27 बजे तक रहेगा।
लग्न अनुसार पूजन के समय
• वृषभ लग्न: शाम 7:12 बजे से रात 9:03 बजे तक
• कुंभ लग्न: दोपहर 2:36 से शाम 4:07 बजे तक
• सिंह लग्न: 21 अक्टूबर की रात 1:13 बजे से सुबह 3:54 बजे तक
दिवाली तिथि
कार्तिक अमावस्या तिथि की शुरुआत आज दोपहर 3:44 बजे से हो रही है, जो 21 अक्टूबर शाम 5:55 बजे तक रहेगी।
पूजन सामग्री
लक्ष्मी पूजा में मां लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा, चौकी, लाल/पीला वस्त्र, गंगाजल, पंचामृत, फूल-माला, दीपक, कपूर, मिठाई, सिक्के, कमल का फूल, धनिया बीज, कौड़ी और कमलगट्टा प्रमुख रूप से शामिल किए जाते हैं।
पूजन विधि
• घर की अच्छी तरह सफाई करें और पूजा स्थल को फूलों व दीपों से सजाएं।
• चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा स्थापित करें।
• गंगाजल से शुद्धिकरण कर दीप जलाएं।
• फूल, चावल, हल्दी-कुमकुम और मिठाई अर्पित करें।
• मां लक्ष्मी को कमल का फूल और सिक्के चढ़ाकर मंत्र “ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” का जप करें।
• अंत में आरती करें और प्रसाद ग्रहण करें।
दिवाली के अगले दिन का विशेष उपाय
पूजा में चढ़ाए गए सिक्के और कौड़ियों को लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी या धन स्थान पर रखें। माना जाता है कि इससे सालभर घर में धन-समृद्धि बनी रहती है।