Chhattisgarh | Stakeholder workshop organized on Ayushman Bharat scheme in Chhattisgarh
रायपुर, 15 सितंबर 2025। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और शहीद वीर नारायण सिंह आयुष्मान स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत राजधानी रायपुर में न्यू सर्किट हाउस, सिविल लाइन में स्टेकहोल्डर वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस वर्कशॉप का संचालन स्वास्थ्य विभाग के सचिव श्री अमित कटारिया की परिकल्पना एवं आयुक्त स्वास्थ्य सेवाएं सह मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. प्रियंका शुक्ला के मार्गदर्शन में हुआ।
कार्यक्रम में अस्पतालों को योजना के सही संचालन और क्लेम प्रक्रिया की जानकारी दी गई। स्वास्थ्य सचिव श्री अमित कटारिया ने कहा कि आयुष्मान योजना गरीब और मध्यम वर्ग के नागरिकों के लिए सहायक है और यह उन्हें अपने उपचार के लिए अस्पताल चुनने का विकल्प देती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि गलत क्लेम करने से भुगतान में देरी होती है, जिससे ईमानदारी से काम करने वाले संस्थान प्रभावित होते हैं और वास्तविक मरीज वंचित रह जाता है।
वर्कशॉप में अस्पतालों को बताया गया कि सही पंजीयन, दस्तावेज़ अपलोड और ट्रिगर क्लेम को कम करने के उपाय अपनाए जाएँ। साथ ही डिजिटल मिशन अंतर्गत आभा आई.डी. और कंप्लेंट सॉफ्टवेयर के उपयोग पर भी प्रशिक्षण दिया गया।
पूरा दिन विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा हुई, जैसे योजना की सामान्य जानकारी, आयुष्मान कार्ड बनवाना, सही तरीके से क्लेम करना, लिपिकीय त्रुटियों को कम करना और अस्पतालों के लिए दिशानिर्देश। प्रतिभागियों ने अपनी शंकाओं का समाधान वक्ताओं से प्राप्त किया।
वर्कशॉप में राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान के संचालक डॉ. सुरेन्द्र पामभोई, राज्य सूचना एवं विज्ञान अधिकारी श्री टी.एन. सिंह, एन.आई.सी तकनीकी निदेशक श्री मनीष कोचर, हॉस्पिटल बोर्ड ऑफ इंडिया की चेयरबोर्ड डॉ. सुरेन्द्र शुक्ला, संयुक्त संचालक (वित्त) सुश्री पूजा शुक्ला मिश्रा, प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ. धर्मेंद्र गहवई, सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारी, सिविल सर्जन, जिला आयुष्मान नोडल अधिकारी और निजी अस्पतालों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
श्री कटारिया ने उम्मीद जताई कि छत्तीसगढ़ आयुष्मान योजना के सकारात्मक मानकों में पूरे देश में प्रथम स्थान प्राप्त करेगा और इससे योजना का लाभ सीधे वास्तविक मरीजों तक पहुंचेगा।