Chhattisgarh | High Court takes cognizance of Sukma mid-day meal case, seeks response from administration
बिलासपुर, 27 अगस्त 2025। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले से बच्चों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ की सनसनीखेज घटना सामने आई है। पकेला पोटाकेबिन स्कूल में सोमवार को मिड-डे मील तैयार किया जा रहा था, तभी कर्मचारियों को खाने में गड़बड़ी की आशंका हुई। जांच करने पर पता चला कि भोजन में फिनाइल जैसी जहरीली वस्तु मिलाने की कोशिश की गई थी। उस समय करीब 400 बच्चों को खाना परोसने की तैयारी चल रही थी।
सतर्क कर्मचारियों ने तुरंत खाना रोक दिया, जिससे बड़ा हादसा टल गया। यदि समय रहते यह साजिश पकड़ में नहीं आती तो सैकड़ों बच्चों की जान खतरे में पड़ सकती थी।
प्रशासन और पुलिस हरकत में
घटना की जानकारी मिलते ही सुकमा कलेक्टर ने जांच समिति का गठन किया और आरोपी कर्मचारी को हिरासत में लेने के निर्देश दिए। पुलिस ने मौके से साक्ष्य जुटाए और पूछताछ शुरू कर दी है।
शिक्षक की भूमिका संदिग्ध
जांच में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि विद्यालय के ही एक शिक्षक की भूमिका संदिग्ध है। बच्चों ने सबसे पहले सब्जी से गंध आने की शिकायत की थी। जांच में साफ हुआ कि फिनाइल मिलाने की कोशिश जानबूझकर की गई थी।
ग्रामीणों और अभिभावकों में गुस्सा
घटना के बाद ग्रामीणों और अभिभावकों का गुस्सा फूट पड़ा। उनका कहना है कि प्रशासन की लापरवाही से बच्चों की जान खतरे में पड़ी। उन्होंने पूछा कि अगर समय पर खाना नहीं रोका जाता तो यह बड़ी त्रासदी बन सकती थी।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने घटना को बेहद गंभीर बताया और कहा— “इतने बच्चों के साथ खिलवाड़ किसकी साजिश है? जिम्मेदार कौन है?”। वहीं विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाया कि शिक्षा और सुरक्षा जैसे मुद्दों पर गंभीरता नहीं बरती जा रही है।
हाईकोर्ट ने लिया संज्ञान
मामले की गंभीरता को देखते हुए छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया और राज्य सरकार व जिला प्रशासन से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। अदालत ने साफ कहा कि बच्चों की सुरक्षा से किसी भी तरह का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

 
									 
			 
			 
			