Chhattisgarh | स्वेच्छा अनुदान में रिश्तेदारों को लाभ पहुंचाने का आरोप, साजा विधायक ईश्वर साहू के PSO और स्टाफ पर उठे सवाल

Chhattisgarh | Allegations of benefiting relatives in voluntary grant, questions raised on PSO and staff of Saja MLA Ishwar Sahu
बेमेतरा/साजा। छत्तीसगढ़ के साजा विधानसभा से भाजपा विधायक ईश्वर साहू के PSO, PA और स्टाफ पर स्वेच्छा अनुदान में गड़बड़ी के आरोप लगे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक सूची में सामने आया है कि विधायक के निजी सहायक (PA), निजी सुरक्षा अधिकारी (PSO) और कंप्यूटर ऑपरेटर ने अपने परिवार और करीबी लोगों को अनुदान का लाभ दिलवाया।
वायरल लिस्ट से खुलासा
वायरल हो रही सूची में जिन नामों का उल्लेख है, उनमें विधायक के
• PA दिग्विजय केशरी,
• PSO ओम साहू,
• कंप्यूटर ऑपरेटर धीरज पटेल
से जुड़े मित्रों और रिश्तेदारों को अनुदान देने की बात सामने आई है। आरोप है कि बिना पारदर्शिता के सरकारी धन का उपयोग निजी हित में किया गया।
कांग्रेस का हमला
कांग्रेस पार्टी ने इस लिस्ट को सोशल मीडिया पर सार्वजनिक करते हुए भाजपा विधायक पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं।कांग्रेस नेताओं का कहना है कि भाजपा सरकार में पारदर्शिता के नाम पर सिर्फ दिखावा हो रहा है, जबकि जमीनी स्तर पर निजी लाभ और साठगांठ का खेल चल रहा है।
विधायक ईश्वर साहू का बचाव
मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए विधायक ईश्वर साहू ने आरोपों को राजनीतिक साजिश बताया। उन्होंने कहा:
“मैं अब तक लगभग 2000 जरूरतमंद लोगों के नाम निस्वार्थ भाव से स्वेच्छा अनुदान के लिए भेज चुका हूं। हमने कभी नहीं देखा कि व्यक्ति किस पार्टी या परिवार से है। जिसने भी अपनी समस्या बताई, हमने तत्काल मदद की। अब तक 5 से 700 लोगों को सहायता दी जा चुकी है।”
उन्होंने कहा कि वे गरीब परिवार से आते हैं और भाजपा से विधायक बनने के कारण कांग्रेसियों को यह बात स्वीकार नहीं हो रही, इसलिए उनकी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है।
मामला गर्माया, जांच की मांग
मामले के तूल पकड़ने के बाद स्थानीय स्तर पर जांच की मांग उठ रही है। आम जनता और विपक्ष इस बात को लेकर सक्रिय हैं कि क्या स्वेच्छा अनुदान का वितरण वास्तव में पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से किया गया है।