Chhattisgarh | Question on selection process in vocational education, inquiry committee formed
रायपुर। छत्तीसगढ़ में व्यावसायिक शिक्षा के तहत प्रशिक्षकों की नियुक्ति को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। दिनांक 12 जून 2025 को जेम पोर्टल के माध्यम से VTPs (Vocational Training Providers) के चयन के लिए निविदा मंगाई गई थी, जिसमें 11 में से 6 फर्में सफल रहीं। इन फर्मों को 11 जुलाई को विद्यालयों के लिए ट्रेडवार कार्यादेश जारी किया गया।
इन फर्मों से कहा गया था कि वे 18 जुलाई तक प्रशिक्षकों की सूची दें और 21 जुलाई तक नियुक्त प्रशिक्षकों को विद्यालयों में कार्यभार ग्रहण कराएं। हालांकि, सभी 6 फर्मों ने 23 जुलाई को चयनित प्रशिक्षकों की सूची सौंपी। 22 जुलाई को जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि चयनित प्रशिक्षकों को विद्यालयों में पदस्थ किया जाए।
बावजूद इसके, 25 जुलाई को NSUI और छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य नर्सिंग संगठन ने ज्ञापन सौंपा और 28 जुलाई को 10 शिकायतें प्राप्त हुईं। मामले की गंभीरता को देखते हुए उसी दिन जांच समिति का गठन किया गया है, जो दो दिनों में अपनी रिपोर्ट देगी।
अब तक 1507 में से 1281 शालाओं के लिए प्रशिक्षक चयनित हुए हैं और उनमें से 844 प्रशिक्षकों ने कार्यभार भी ग्रहण कर लिया है। यदि कार्यादेश रद्द किया गया, तो राज्य के 652 व्यावसायिक और 41 पीएम श्री स्कूलों के लगभग 1.62 लाख छात्रों की पढ़ाई प्रभावित होगी।
हालांकि, किसी भी चयनित प्रशिक्षक ने शिकायत नहीं की है और सभी 6 फर्मों से शपथ पत्र भी लिया गया है कि उन्होंने किसी प्रकार का लेन-देन नहीं किया है। ऐसे में यदि अनुबंध रद्द होता है, तो चयनित VTPs और प्रशिक्षक न्यायालय की शरण ले सकते हैं।
फिलहाल, जांच समिति की रिपोर्ट के बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।

 
									 
			 
			 
			