Chhattisgarh | अबूझमाड़ में माओवादी सफाए का ऐतिहासिक ऑपरेशन

Chhattisgarh | Historical operation to eliminate Maoists in Abujhmad
रायपुर/नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के कुडमेल-कलहाजा-जाटलूर जंगल क्षेत्र में हुए ऐतिहासिक माओवादी विरोधी ऑपरेशन ने वामपंथी उग्रवाद की कमर तोड़ दी है। 21 मई 2025 को सुरक्षा बलों ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सीपीआई (माओवादी) के महासचिव नामबाला केशव राव उर्फ बसवराजु उर्फ बीआर दादा उर्फ गंगन्ना को मार गिराया। इस मुठभेड़ में कुल 27 माओवादी मारे गए, जिनमें बसवराजु समेत कई बड़े माओवादी नेता शामिल हैं।
लंबे समय से फरार था बसवराजु
बसवराजु देश के सबसे वांछित माओवादी नेताओं में से एक था, जिस पर छत्तीसगढ़ सरकार ने ₹1 करोड़ का इनाम घोषित किया था। अन्य राज्यों और एजेंसियों ने भी उस पर इनाम घोषित किया था। 10 नवंबर 2018 से वह सीपीआई (माओवादी) का महासचिव था। वह हजारों आदिवासी बच्चों को जबरन संगठन में भर्ती कराने, निर्दोष ग्रामीणों और जवानों की हत्याओं का मास्टरमाइंड था। उसके खिलाफ 258 से अधिक आपराधिक मामलों की जांच चल रही थी।
बरामद हथियारों में शामिल हैं…
मुठभेड़ के बाद सुरक्षा बलों ने भारी मात्रा में माओवादियों के हथियार बरामद किए, जिनमें शामिल हैं:
एके-47 राइफल – 3 नग
एसएलआर – 4 नग
इंसास राइफल – 6 नग
कार्बाइन – 1 नग
.303 राइफल – 6 नग
बीजीएल लॉन्चर – 1 नग
सुरका (रॉकेट लॉन्चर) – 2 नग
12 बोर बंदूक – 2 नग
पिस्तौल – 1 नग
भरमार – 2 नग
इसके अलावा भारी मात्रा में गोला-बारूद भी बरामद किया गया।
बसवराजु समेत 7 शवों का अंतिम संस्कार नारायणपुर में ही
मुठभेड़ के बाद मारे गए 27 माओवादियों में से 20 के शव उनके परिजनों को सौंप दिए गए, जिनमें कोसी @ हुंगी का शव भी शामिल था। उसके परिजन 26 मई को शव लेने नारायणपुर पहुंचे थे। वहीं, 7 शवों – जिनमें बसवराजु का शव भी शामिल था – का अंतिम संस्कार नारायणपुर में कार्यपालक मजिस्ट्रेट के आदेश पर कराया गया, क्योंकि उनके लिए कोई कानूनी दावा नहीं आया था।
अबूझमाड़ ऑपरेशन ने माओवादियों की कमर तोड़ी
यह ऑपरेशन सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी जीत साबित हुआ है। डीआरजी और सुरक्षा बलों ने माओवादियों की अंधाधुंध गोलीबारी का डटकर मुकाबला किया और जवाबी कार्रवाई में उन्हें करारी शिकस्त दी। मारे गए माओवादियों में 2 आंध्र प्रदेश और 3 तेलंगाना से थे। मारे गए 27 नक्सलियों में शामिल थे:
1 महासचिव / पोलित ब्यूरो सदस्य (PBM)
1 डीकेएसजेडसीएम
4 सीवाईपीसीएम
3 पीपीसीएम
पीएलजीए कंपनी नंबर 7 के 18 सक्रिय सदस्य
माओवादियों के झूठे प्रचार पर पुलिस की नजर
मुठभेड़ के बाद सीपीआई (माओवादी) ने प्रेस नोट जारी कर स्वीकार किया है कि उनके 28 कैडर मारे गए। इसके साथ ही वे देशभर में सभाएं और रैलियां कर अपने मारे गए नेताओं का महिमामंडन करने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस और खुफिया एजेंसियां ऐसे सभी भूमिगत और ओवरग्राउंड कार्यकर्ताओं की गतिविधियों पर सख्त नजर रख रही हैं।
अबूझमाड़ ऑपरेशन से साफ है कि माओवाद के काले दौर का अंत अब नजदीक है।