कोंडागांव | NH-30 में लगातार हो रहे सड़क हादसों पर नवपदस्थ कलेक्टर ने लिया संज्ञान ! कुम्भकर्णी नींद में सोया है RTO विभाग….

नीरज उपाध्याय-/कोंडागांव:- राष्ट्रीय राजमार्ग- 30 में इन दिनों कोंडागांव जिला परिवहन विभाग द्वारा अनफिट वाहनों की अनदेखी करने और यातायात के नियमों को दरकिनार कर तेज रफ्तार से दनदनाती यात्री बसों की लापरवाही के कारण NH-30 में आए दिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं। इसके साथ ही केशकाल घाटी में भी आए दिन मालवाहक ट्रकें खराब हो जाती हैं। जिसके कारण रात के वक्त सड़क दुर्घटनाएं होने की आशंका भी बनी रहती है। कोंडागांव, फरसगांव व केशकाल थाना क्षेत्र में हुए सैकड़ों सड़क हादसों के बावजूद इस ओर न तो स्थानीय पुलिस ध्यान देती है ना ही जिला परिवहन विभाग अपनी जिम्मेदारियों का सही तरीके से निर्वहन कर रहा है।
फ़ोन नहीं उठाते हैं जिला परिवहन अधिकारी-
आपको बता दें कि लौह अयस्क एवं खनिज संपदाओं से परिपूर्ण बस्तर संभाग के बैलाडीला, जगदलपुर एवं नारायणपुर स्थित खदानों से प्रतिदिन हजारों ट्रकें निकलती हैं। जो कि नारायणपुर तिराहे से निकलकर केशकाल घाटी से होते हुए गुजरती हैं। यदि परिवहन विभाग द्वारा केशकाल घाटी के नीचे चेकपोस्ट लगाकर इन ट्रकों की बारीकी से जांच की जाए तो अधिकांश वाहन अनफिट अथवा यातायात के नियमों का उलंघन करते मिलेंगे। लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि आज दिनांक तक जिला परिवहन विभाग (RTO) द्वारा केशकाल में एक भी शिविर नहीं लगाया गया है। RTO विभाग की इस मेहरबानी का कारण न जाने क्या है, लेकिन एक बात तो स्पष्ट है कि RTO विभाग की उदासीनता से लापरवाह वाहन चालकों/मालिकों का मनोबल बढ़ता जा रहा है। इस सम्बंध में जिला परिवहन अधिकारी अतुल असैया से 2-3 बार फ़ोन के माध्यम से जानकारी लेने का प्रयास किया लेकिन उन्होंने फ़ोन उठाना उचित नहीं समझा।
कलेक्टर ने बैठक में दिए सख्त निर्देश-
कहीं कोंडागांव जिले की नवपदस्थ कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना ने इस समस्या को गंभीरतापूर्वक लेते हुए पदभार लेते ही राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग, कोंडागांव पुलिस एवं परिवहन विभाग की विशेष बैठक लिया। जिसमें RTO और पुलिस विभाग को सख्त निर्देश दिए गए है कि NH-30 में होने वाली दुर्घटनाओं के प्रमुख स्पॉट्स को चिन्हांकित कर वहां चेकिंग पॉइंट लगाया जाए। जिन स्थानों पर रात के वक्त स्ट्रीट लाइट की रौशनी है वहां गति नियंत्रण के लिए स्टॉपर लगाए जाएंगे। साथ ही शहर में तेज रफ्तार से चलने वाली यात्री बसों पर भी कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं।
लौह अयस्क वाले वाहनों की जांच होगी-
कलेक्टर ने बताया कि नारायणपुर और बैलाडीला से आने वाली ट्रकों और हाइवा के कारण भी सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं। ऐसे मे पुलिस विभाग और RTO विभाग के समन्वय से एक निश्चित स्थान पर चेकपॉइंट लगाकर लौह अयस्क लेकर आने वाले सभी वाहनों की जांच कर कार्यवाही की जाएगी।
केशकाल घाटी में लगेंगे स्पीडर कैमरे-
कलेक्टर ने राष्ट्रीय राजमार्ग 30 पर लगे कैमरों पर भी संज्ञान लिया है, उन्होंने बताया कि हमने सर्वाधिक सड़क दुर्घटनाओं वाले 9-10 स्थानों को चिन्हांकित किया है। इसके साथ ही केशकाल घाटी व शहर में स्पीडर कैमरे लगाने की आवश्यकता है। जिससे ओवरस्पीडिंग कर रहे वाहनों पर आसानी से कार्यवाही होगी।