डीजे व धुमाल में जगमगा रही हानिकारक चाईना लाईट
1 min readमो. अजहरुद्दीन जोया
रायपुर। राजधानी में धार्मिक, सामाजिक, वैवाहिक व राजनैतिक आयोजनों के लिए लगाए जा रहे डीजे और धुमाल में धड़ल्ले से बड़ी संख्या में हानिकारक चाईना लाईटों का इस्तेमाल हो रहा है। लाईट में कुछ देर रहने पर आंखों में अंधेरा छा जाता है। एक सैट में ही दर्जनों सारफी व एलईडी लाईटें लगाई जाती है।
आंखों के लिए हानिकारक
नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर दिनेश मिश्र के अनुसार सस्ती व बिना फिल्टर की लाईट और तेज रौशनी से आंखों में जलन, आंसू, दर्द, चुभन की शिकायतें आ रही है। कार्निया में घाव उत्पन्न भी हो सकता है। बड़ी संख्या में ऐसे मरीज बीच-बीच में आते रहते हैं।
पूर्व में हो चुकी घटना
बालोद मुख्यालय से 13 किमी दूर बिरेतरा में गणेशोत्सव पर नाचा कार्यक्रम के दौरान चाईना लाईट की तेज रौशनी से करीब 160 बच्चे, 141 पुरुष और 104 महिलाओं सहित 405 ग्रामीणों की आंखों में इन्फेक्शन हो गया था। जिसके बाद प्रदेश में प्रशासन द्वारा चाईना लाईट के लिए अभियान चलाया गया। प्रशासनिक उदासीनता के कारण यह प्रतिबंध लाईट का जमकर उपयोग और बिक्री हो रही है।
लाईट के लिए गाईडलाईन नहीं है
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल ठाकुर के अनुसार केवल साउंड को लेकर दिशानिर्देश व गाईडलाईन है। इसलिए लाईट पर कार्यवाही नहीं होती है। शिकायत मिलने पर सख्त कार्यवाही होगी।