Chhattisgarh | रायपुर जेल में कवासी लखमा से मिले सचिन पायलट

Chhattisgarh | Sachin Pilot met Kawasi Lakhma in Raipur jail
रायपुर, 19 मार्च। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी और एआईसीसी महासचिव सचिन पायलट ने बुधवार को रायपुर सेंट्रल जेल में बंद पूर्व मंत्री कवासी लखमा से मुलाकात की। लखमा को शराब घोटाले के मामले में गिरफ्तार किया गया था, जिसे लेकर कांग्रेस लगातार भाजपा सरकार पर हमलावर रही है।
पायलट का बीजेपी पर बड़ा हमला –
जेल से बाहर निकलकर सचिन पायलट ने मीडिया से बात करते हुए भाजपा पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “हमारा पॉलिटिकल संघर्ष जारी रहेगा। यह सिर्फ व्यक्ति विशेष की लड़ाई नहीं है, बल्कि बीजेपी की विचारधारा के खिलाफ हमारी जंग है। पूरे देश में जहां-जहां सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है, वहां कांग्रेस विरोध जताएगी।”
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा सरकार सत्ता का गलत इस्तेमाल कर विपक्ष को दबाने की कोशिश कर रही है, लेकिन कांग्रेस का संघर्ष जारी रहेगा।
कवासी लखमा से मुलाकात के दौरान मौजूद नेता –
सचिन पायलट के साथ इस मुलाकात के दौरान कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे, जिनमें चरणदास महंत (नेता प्रतिपक्ष), दीपक बैज (प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष), विजय जांगिड़ (सहप्रभारी कांग्रेस), जरिता लैतफलांग, देवेंद्र यादव, लखमा के बेटे हरीश कवासी शामिल थे।
PCC में बैठक, हार की समीक्षा और आगे की रणनीति पर मंथन
इसके बाद सचिन पायलट राजीव भवन पहुंचे, जहां दोपहर 2 बजे पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी (PAC) की बैठक हुई। इस बैठक में कांग्रेस के बड़े नेताओं ने लोकसभा, विधानसभा, नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों में हुई हार की समीक्षा की और आगे की रणनीति पर चर्चा की।
बैठक में शामिल प्रमुख नेता –
– सचिन पायलट (कांग्रेस प्रभारी)
– चरणदास महंत (नेता प्रतिपक्ष)
– दीपक बैज (PCC अध्यक्ष)
– जरिता लैतफलांग, विजय जांगिड़ (सहप्रभारी)
– भूपेश बघेल (पूर्व मुख्यमंत्री)
– टीएस सिंहदेव (पूर्व डिप्टी सीएम)
संगठन में बदलाव की चर्चा –
बैठक में छत्तीसगढ़ कांग्रेस संगठन में बदलाव की जरूरत पर भी चर्चा हुई। कई नेताओं ने सुझाव दिया कि प्रदेश कांग्रेस की नई टीम बनाई जाए और जिला स्तर पर भी बड़े बदलाव किए जाएं। पार्टी कार्यकर्ताओं में भी इसको लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही PCC में नए चेहरों को मौका दिया जा सकता है।
क्या होती है पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी (PAC)?
PAC कांग्रेस पार्टी की प्रमुख रणनीतिक कमेटी होती है, जो संगठन को मजबूत करने, चुनावी रणनीति बनाने और राजनीतिक मामलों पर फैसला लेने के लिए गठित की जाती है। इस बैठक में पार्टी की आंतरिक स्थिति, चुनावी हार के कारण और आगे की रणनीति पर मंथन किया जाता है।