‘मन की बात’ में युवाओं पर फोकस, परिवारवाद पर निशाना, पढ़ें 10 बड़ी बातें
1 min read◆पीएम मोदी ने की साल के आखिरी ‘मन की बात’बोले- युवाओं को अराजकता और अव्यवस्था से चिढ़
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ को संबोधित किया. उन्होंने देशवासियों को नए साल की शुभकामनाएं दीं. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि नए साल और दशक के लिए एक संकल्प लेना चाहिए. साथ ही पीएम ने लोगों से लोकल प्रोडक्ट्स खरीदने का अनुरोध किया. आइए जानते हैं पीएम मोदी के 60वें ‘मन की बात’ की 10 बड़ी बातें-
1. पिछले 6 महीने में, 17वीं लोकसभा के दोनों सदन बहुत ही प्रोडक्टिव रहे हैं. लोकसभा ने 114% काम किया, तो राज्यसभा ने 94% काम किया. मैं दोनों सदनों के पीठासीन अधिकारियों, सभी राजनैतिक दलों और सभी सांसदों को उनकी सक्रिय भूमिका के लिए बधाई देना चाहता हूं.
2. इसरो के पास एस्ट्रोसैट नाम का एक एस्ट्रोनॉमिक सैटेलाइट है. सूर्य पर रिसर्च करने के लिए इसरो ‘आदित्य’ के नाम से एक दूसरा सैटेलाइट भी लॉन्च करने वाला है. खगोल विज्ञान को लेकर चाहे हमारा प्राचीन ज्ञान हो या आधुनिक उपलब्धियां, हमें इन्हें अवश्य समझना चाहिए.
3. हम सबके लिए बहुत महत्वपूर्ण है कि देश के नागरिक आत्मनिर्भर बनें और सम्मान के साथ अपना जीवन यापन करें. मैं एक ऐसी पहल की चर्चा करना चाहूंगा. वो पहल है जम्मू-कश्मीर का ‘हिमायत’ कार्यक्रम. हिमायत कार्यक्रम स्किल डेवलपमेंट और रोजगार से जुड़ा है.
4. आपको जानकार अच्छा लगेगा कि हिमायत कार्यक्रम के अंतर्गत पिछले 2 साल में 18 हजार युवाओं को अलग-अलग ट्रेड में ट्रेनिंग दी जा चुकी है. इनमें से करीब 5 हजार लोग अलग-अलग जगह जॉब कर रहे हैं और बहुत सारे स्वरोजगार की ओर आगे बढ़ रहे हैं.
5. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से अपील की कि 2022 में देश के लोग स्थानीय सामानों को खरीदने पर जोर दें. पीएम ने कहा कि ये काम सरकारी नहीं होना चाहिए. देश के युवा छोटे-छोटे ग्रुप और संगठन बनाकर लोगों को स्थानीय सामान खरीदने पर जोर दें.
6. मुझे विश्वास है कि भारत में ये दशक न सिर्फ युवाओं के विकास के लिए होगा, बल्कि युवाओं के सामर्थ्य से देश का विकास करने वाला भी साबित होगा. भारत को आधुनिक बनाने में युवा पीढ़ी की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है.
7. पढ़ते हैं, लेकिन पढ़ाई पूरी होने के बाद एल्युमिनी मीट बड़ा रोचक कार्यक्रम होता है. पीएम ने कहा कि यह कार्यक्रम पुराने दोस्तों से मिलने के लिए तो होता ही है और अगर इसके साथ कोई संकल्प जुड़ जाएं तो इसमें रंग भर जाता है.
8. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं के आदर्श स्वामी विवेकानंद का जिक्र करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद जी कहते थे कि युवावस्था की कीमत को नहीं आंका जा सकता है. ये जीवन का सबसे मूल्यवान कालखंड होता है. पीएम ने कहा कि आपका जीवन इस पर निर्भर करता है कि आप अपनी युवावस्था का उपयोग किस प्रकार करते हैं.
9. पीएम मोदी ने कहा है कि देश के युवाओं को अराजकता, अस्थिरता और जातिवाद से चिढ़ है. पीएम ने कहा कि आज का युवा जात-पात से ऊंचा सोचता है. ये युवा परिवाववाद और जातिवाद पसंद नहीं करते हैं.
10. 2019 की विदाई के पल हमारे समाने हैं, अब हम न सिर्फ नए साल में प्रवेश करेंगे, बल्कि नए दशक में प्रवेश करेंगे. इसमें देश के विकास को गति देने में वे लोग सक्रिय भूमिका निभाएंगे, जिनका जन्म 21वीं सदी में हुआ है.