Cg Big News | ड्राइवर असीम दास के बयान से साफ सीएम की छवि खराब करने कोशिश – कांग्रेस
1 min readCG Big News | Driver Aseem Das’ statement clearly shows an attempt to tarnish CM’s image – Congress
रायपुर। राजीव भवन में प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि ईडी ने कुछ दिनों पूर्व एक ड्राइवर असीम दास के कथित बयान के आधार पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर महादेव एप्प से 508 करोड़ रू. लेने का आरोप लगाते हुये एक प्रेस नोट जारी किया था। ईडी का यह प्रेस नोट पूरी तरह से झूठ का पुलिंदा था तथा चुनाव को प्रभावित करने मुख्यमंत्री की छवि खराब करने के लिये किया गया षड़यंत्र है। असीम दत्ता ने अदालत को दिये अपने आवेदन में कहा कि उसने जो कुछ किया वह शुभम सोनी के कहने पर किया। शुभम सोनी उसका बचपन का मित्र था उसने मुझको धोखे में रखकर इसमें फंसाया है।
असीम दत्ता ने कोर्ट को दिये बयान में यह माना कि उसने किसी राजनैतिक दल के लिये कोई काम नहीं किया है। उसका शुभम सोनी से बचपन का संबंध था उसी ने उसे दुबई बुलाया तथा उसी ने मुझे मोहरा बना कर अंधेरे में रख कर फंसाया तथा दुबई बुलाना, फिर वापस भेजना, फिर एयरपोर्ट पर गाड़ी भेजना, उसके बाद गाड़ी में पैसो का बैग बिना मेरी जानकारी के रखवाना फिर गाड़ी को होटल से जप्त करवाना, उसके बाद ईडी के द्वारा खुद अंग्रेजी में बयान लिखना तथा मुझसे बिना मेरी सहमति के बयान पर दबावपूर्वक हस्ताक्षर करवाया गया। मैं ज्यादा पढ़ा नहीं हूं। मुझे अंग्रेजी नहीं आती बयान में क्या लिखा मुझे नहीं पता। मैं किसी राजनैतिक पार्टी के लिये कभी भी पैसा छोड़ने नहीं गया। ईडी ने रिमांड के दौरान भी मुझसे कोई पूछताछ नहीं किया है। (असीम दत्ता के कोर्ट में दिये गये बयान की कॉपी संलग्न है)
जिस शुभम सोनी ने असीम दत्ता को मोहरा बनाया उसी का वीडियों भाजपा प्रेस कांफ्रेंस कर जारी करती है इससे साफ हो रहा कि ईडी, भाजपा, शुभम सोनी ने मिलकर यह सारा षड़यंत्र रचा है।
शुक्ला ने कहा कि ईडी के आरोप के आधर पर प्रधानमंत्री भाजपा और केंद्रीय मंत्रियों ने मुख्यमंत्री की छवि खराब करने का काम किया। आम सभा में गलत आरोप लगाये। जिस व्यक्ति के कथित बयान का मात्र आरोप लगाकर मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेताओं की छवि खराब करने की कोशिश की गयी उसके अदालत में लिखित बयान सामने आने के बाद भाजपा ईडी का षड़यंत्र खुलकर सामने आ गया।ईडी के अधिकारियों के ऊपर चुनाव को प्रभावित करने की नीयत से किये गये षड़यंत्र के लिये चुनाव आयोग कार्यवाही करें। ईडी के अधिकारियों के खिलाफ झूठ प्रचारित करने के लिये आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाये।