मुख्यमंत्री ने आंगनबाड़ी के बच्चों के समग्र विकास के लिए ‘चकमक अभियान‘ और ‘सजग कार्यक्रम‘ की वेब लाॅन्चिंग की
1 min readमुख्यमंत्री ने आंगनबाड़ी के बच्चों के समग्र विकास के लिए ‘चकमक अभियान‘ और ‘सजग कार्यक्रम‘ की वेब लाॅन्चिंग की
‘चकमक‘ अभियान में बच्चे परिवारिक सदस्यों के साथ सीखेंगे रचनात्मक गतिविधियां
‘सजग‘ कार्यक्रम से बच्चों के स्वास्थ्य, पोषण और समग्र विकास की प्रक्रिया को मिलेगा बढ़ावा
सोशल मीडिया प्लेटफाॅर्म पर बच्चों के अभिभावकों को भेजे जाएंगे टास्क-दिशा निर्देश
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर इन कार्यक्रमों के बारे में अभिभावकों को करेंगी जागरूक
बच्चों के लिए गोंड़ी में ‘मोद्दोल डाका‘ और हल्बी में पहिल डांहका अर्थात पहला कदम पुस्तिका का विमोचन
यूनिसेफ द्वारा प्रदेश में कोविड-19 की रोकथाम के उपायों की सराहना
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज आंगनबाड़ी के बच्चों के समग्र विकास के लिए महिला बाल विकास विभाग द्वारा यूनिसेफ के सहयोग से तैयार किए गए ‘चकमक अभियान‘ और ‘सजग कार्यक्रम‘ का शुभारंभ किया। बच्चों के रचनात्मक विकास के लिए ’चकमक अभियान’ के तहत लाॅकडाउन के समय जब आंगनबाड़ी बंद है बच्चों को घरों में ही पारिवारिक सदस्यों के साथ दादा-दादी, नाना-नानी के साथ रचनात्मक गतिविधियों में व्यस्त रख कर सिखाने की पहल की जाएगी। पारिवारिक सदस्यों को बच्चों के साथ आनंदपूर्ण गतिविधियां करायी जाएगी। इसके साथ ही बच्चों के स्वास्थ्य, पोषण और समग्र विकास की प्रक्रिया को घर तक बढ़ावा देने के उद्देश्य से यूनिसेफ के तकनीकी सहयोग से तैयार किए गए ’सजग कार्यक्रम’ की शुरूआत की गई। इस दौरान मुख्यमंत्री ने हल्बी एवं गोंडी बोली में दो पुस्तिका ’मोद दोल डाका’ और ’पहिल डांहका’ और छत्तीसगढ़ की स्थानीय बोलियों के विकासखंडवार नक्शा का विमोचन भी किया। गोंडी बोली में मोद् दोल डाका एवं हल्बी बोली में पहिल डांहका का अर्थ ’पहला कदम’ होता है।
इस अवसर पर महिला बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया, महिला बाल विकास विभाग के सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी, संचालक जन्मेजय महोबे, यूनिसेफ फील्ड आॅफिस प्रमुख जोब जकारिया उपस्थित थे। यूनिसेफ की भारत की प्रमुख सुश्री यास्मिन अली हक वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस कार्यक्रम में शामिल हुई।