Cg Big News | महादेव ऑनलाइन सट्टा एप में दुर्ग पुलिस को बड़ी लीड, नसीम गिरफ्तार
1 min readCg Big News | Big lead to Durg police in Mahadev online satta app, Naseem arrested
दुर्ग। महादेव ऑनलाइन सट्टा एप में दुर्ग पुलिस को बड़ी लीड मिली है। पुलिस ने नसीम नाम के ऐसे सटोरिए को गिरफ्तार किया है, जिसके दुबई में बैठे सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल से सीधे संबंध हैं। नसीम ने कई लोगों को महादेव की आईडी बेचकर करोड़ों रुपए कमाए हैं। उसके पास से 10 से अधिक बैंक खाता सहित एक कॉर्पोरेट अकाउंट मिला है। इस खाते में कई करोड़ रुपए का लेन-देन हुआ है। पुलिस इस खाते की डिटेल्स से महादेव के सरगना तक पहुंचने की कोशिश करेगी।
दुर्ग पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव से मिली जानकारी के मुताबिक महादेव सट्टा एप के अवैध कारोबार में नसीम लंबे समय से संलिप्त है। नसीम भिलाई में 18 नंबर रोड कैंप 1 का रहने वाला है। कुछ दिन पहले सेक्टर वन से कुछ सटोरियों को पकड़ा गया था। उन्होंने बताया था कि उन्हें नसीम नाम के व्यक्ति ने महादेव की आईडी बेची है।
इतना ही नहीं पुलिस ने कोहका और जगदलपुर से जो ब्रांच बस्ट की थी, वहां पकड़े गए आरोपियों ने भी नसीम का नाम लिया गया था। पुलिस ने जब नसीम की कुंडली खंगाली तो पता चला कि उसका दुबई में बैठे महादेव सट्टा एप के मुख्य सरगना से सीधा संबंध है। इसके चलते उसे महादेव का पैनल कम रेट में मिल जाता था और वह उसे बेचकर तड़गा मुनाफा कमा रहा था। नसीम ने पिछले 6 माह में 10 से अधिक पैनल अलग-अलग लोगों को बेचे हैं। पुलिस आज इस मामले का खुलासा करेगी।
4-5 लाख रुपए में बेचता था पैनल
पुलिस ने नसीम को घेराबंदी करके रविवार को गिरफ्तार किया। जब उसके मोबाइल की डिटेल्स निकलवाई गई तो पता चला कि उसकी दुबई में बैठे महादेव आईडी के संचालकों से अक्सर बात होती है। नसीम और दुबई में बैठे लोगों से जो लेन-देन की बात होती थी उसे वो हमेशा रिकार्ड करता था। पुलिस ने फोन से वो रिकॉर्डिंग्स भी जब्त किया है। इसके साथ ही पता चला है कि दुर्ग भिलाई के कई पत्रकार भी नसीम के टच में थे। उनकी नसीम से लगातार बात होती रही है। पुलिस इस बात का बड़ा खुलासा करने वाली है।
नागपुर में तीन पैनल चला रहा था नसीम
पुलिस ने जब नसीम को गिरफ्तार करने के लिए जांच शुरू की तो पता चला की वो नागपुर में 3 पैनल चला रहा है। पुलिस ने नसीम को गिरफ्तार कर उसका पैकड़ने रायपुर गई, लेकिन उसकी भनक आरोपियों को लग गई। इससे वो लोग भिलाई दुर्ग पुलिस के पहुंचने से पहले ही अपना बोरिया बिस्तर बांध कर फरार हो गए।