मुख्यमंत्री ने जेल के बंदियों से वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिए की बातचीत : कोरोना संक्रमण से बचाव के उपायों सहित अन्य व्यवस्थाओं की ली जानकारी
1 min readमुख्यमंत्री ने जेल के बंदियों से वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिए की बातचीत : कोरोना संक्रमण से बचाव के उपायों सहित अन्य व्यवस्थाओं की ली जानकारी
सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क का उपयोग और हाथ धोने जैसी सावधानियों का हो कड़ाई से पालन
सभी जेलों के प्रवेश द्वार पर सेनेटाईजर और थर्मल स्केनर की व्यवस्था के निर्देश
जेल के अधिकारी-कर्मचारी बाहर वालों से सामाजिक दूरी बनाए रखें
@thenewswave.com रायपुर, 07 अप्रैल 2020
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अपने निवास कार्यालय से प्रदेश की जेलों में परिरूद्ध बंदियों और जेल के अधिकारियों से वीडियो काॅनफ्रेसिंग बातचीत कर वहां कोरोना संक्रमण की रोकथाम के उपायों सहित अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने राजधानी रायपुर की केन्द्रीय जेल सहित प्रदेश की पांच केन्द्रीय जेल, जिला और उप जेलों के अधिकारियों और बंदियों से बातचीत की। मुख्यमंत्री ने जेल में सोशल डिस्टंरसिंग मास्क का उपयोग और बार-बार हाथ धोने जैसी सावधानियां का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराने को कहा है। इस अवसर पर गृह एवं जेल मंत्री ताम्रध्वज साहू और मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू भी वीडियो काॅन्फ्रंसिंग में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण की रोकथाम के लिए वीडियो काॅन्फ्रंससिंग के माध्यम से विभिन्न वर्गो लगातार बात कर स्थिति का जायजा ले रहे हैं। मुख्यमंत्री ने आज जेलों में बंद एवं विचाराधीन कैदियों की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने जेलों में स्वच्छता, बंदियों के स्वास्थ्य, भोजन व्यवस्था, बंदियों की मुलाकात व्यवस्था, स्वस्थ मनोरंजन, बंदियों को विधिक सहायता और बंदियों की रिहाई तथा जेलों में संचालित लघु उद्योगों की जानकारी अधिकारियों से ली। मुख्यमंत्री ने विभिन्न जेलों के अधिकारियों और कैदियों से चर्चा के दौरान कहा कि कोविड-19 का संक्रमण एक वैश्विक आपदा है। इससे बचाव में ही सभी की सुरक्षा है। श्री बघेल ने जेल में काम कर रहे अधिकारी-कर्मचारियों से कहा कि बाहर के लोगों से सामाजिक दूरी बनाके रखें। उन्होंने कहा कि संक्रमण के रोकथाम के उपायों पर कड़ाई से अमल किया जाए। ज्ञातव्य है कि प्रदेश में पांच केन्द्रीय जेल, 12 जिला जेल एवं 16 उप जेल संचालित है। जेलों की कुल आवासीय क्षमता 12 हजार 823 है। जिसके विरूद्ध 1 अप्रैल 2020 की स्थिति 17 हजार 131 बंदी (दंडित 8151 एवं विचाराधीन 8980) परिरूद्ध रहें।