Chhattisgarh | सीएम के घर ठेठरी, खुरमी और चूरमा जैसे पारंपरिक पकवान तैयार …
1 min readChhattisgarh | Traditional dishes like Typhari, Khurmi and Churma are prepared at CM’s house.
रायपुर। सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर अर्धांगिनी की प्रसंशा की है। उन्होंने कहा कि तीजा-पोला की तैयारी। श्रीमती जी ने ठेठरी, खुरमी और चूरमा जैसे पारंपरिक पकवान तैयार कर दिए हैं। शादी के बाद से ही मैंने उन्हें हर तीज त्योहार पर इतनी ही लगन से पकवान अपने हाथों से बनाते देखा है।
तीजा-पोला की तैयारी। श्रीमती जी ने ठेठरी, खुरमी और चूरमा जैसे पारंपरिक पकवान तैयार कर दिए हैं।
शादी के बाद से ही मैंने उन्हें हर तीज त्योहार पर इतनी ही लगन से पकवान अपने हाथों से बनाते देखा है। pic.twitter.com/6iFXaYmCO0
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) August 26, 2022
बता दें कि प्रदेश का लोकपर्व पोरा 28 अगस्त को मनाया जाएगा। इस दिन शहर की गलियों और मोहल्लों में दौड़ लगाने के लिए नांदिया बइला तैयार हो गए हैं। बाजारों में बिक्री के लिए पहुंचे इन बैलों की कीमत 40 से 80 रुपए प्रति जोड़ी है। जांता-पोरा और मिट्टी के दूसरे खिलौने भी 120-160 रुपए तक उपलब्ध हैं।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में पोरा पर बैलों को सजाने और दौड़ कराने की परंपरा पुरानी है, लेकिन पिछले कुछ समय से इसका चलन कम हो गया है। इसे पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से ही श्रीकृष्ण जन्माष्टमी उत्सव एवं विकास समिति ने 14 साल पहले रावणभाठा मैदान में बैल दौड़ की शुरुआत की थी।
उसी समय से पोरा पर आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में किसान यहां अपने बैलों के साथ जुटते हैं। जीतने वाले बैलों और उनके मालिकों को इनाम के तौर पर हजारों रुपए दिए जाते हैं। 2020 और 2021 में यह प्रतियोगिता कोरोना महामारी के चलते रद्द कर दी गई।