CRIME NEWS | छत्तीसगढ़ से है गैंगस्टर लारेंस विश्नोई के 2 गुर्गे, दिल्ली से गिरफ्तार, जानिए पूरा मामला
1 min readGangster Lawrence Vishnoi’s 2 henchmen are from Chhattisgarh, arrested from Delhi, know the whole matter
रायपुर। पंजाब के सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या करने वाले गैंगस्टर लारेंस विश्नोई के लिए बिलासपुर में रहने वाले 2 युवक भी काम करते थे। लुधियाना के एक बड़े कारोबारी से 10 लाख रुपए की रंगदारी वसूलने वाले इन युवकों को दिल्ली में गिरफ्तार किया गया है। दैनिक भास्कर की टीम इन दोनों के बिलासपुर स्थित घरों तक पहुंची और इनके बारे में, इनके काम करने के तरीके के संबंध में जानकारी जुटाई। शक्ति सिंह और अफजल नाम के इन बदमाशों ने कुछ स्थानीय युवकों को लालच देकर खाते खुलवाए थे और उसमें रंगदारी की रकम जमा कराई थी।
कुख्यात गैंगस्टर लारेंस विश्नोई का वसूली का बड़ा धंधा है। पूरे देश में उसके लोग बड़े कारोबारियों से रुपए वसूलते हैं। करीब 15 दिन पहले ऐसे ही लुधियाना के कारोबारी को फोन कर दस लाख रुपए फिरौती की मांग की गई। रुपए नहीं देने पर उन्हें मूसेवाला की तरह मौत के घाट उतारने की धमकी दी गई। डर के कारण कारोबारी ने कथित गैंगस्टर के खातों में रकम जमा करा दिया। इधर, इस केस की जानकारी मिलते ही पंजाब और दिल्ली पुलिस सक्रिय हो गई। प्रारंभिक जांच में जिन खातों में रकम जमा की गई थी, वह छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के युवकों के होने की जानकारी मिली। पुलिस ने यहीं से जांच शुरू की। कुछ मोबाइल नंबर मिले जिससे धमकी के कॉल और संपर्क किए गए थे। इन्हीं मोबाइल लोकेशन के जरिए अफजल अब्दुल्ला व शक्ति सिंह को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया।
दिल्ली पुलिस ने मांगी थी जानकारी –
SP पारुल माथुर ने बताया कि करीब 10 दिन पहले दिल्ली पुलिस ने रायपुर क्राइम ब्रांच के माध्यम से बिलासपुर के कुछ लोगों के अकाउंट की जानकारी मांगी थी, तब उन्होंने जांच कर इनपुट दिया था। इसके साथ ही संदेहियों का लोकेशन दिल्ली में होने की जानकारी भी दी थी। इसमें दीनदयाल नगर के रहने वाले अफजल और अभिषेक विहार में रहने वाले शक्ति सिंह के नाम सामने आए थे।
NGO चलाने का झांसा देता था शक्ति सिंह –
दैनिकभास्कर जब शक्ति सिंह के अभिषेक विहार में A/49 स्थित निवास में पहुंची, तब वहां ताला बंद मिला। आसपास के लोगों ने बताया कि वह अपनी पत्नी, मां और पिता के साथ रहता था। वह प्रापर्टी डीलिंग के काम करने की जानकारी देता था। लेकिन, NGO के काम से अक्सर दिल्ली जाने की बात भी करता था। शक्ति सिंह की गिरफ्तारी के बाद उसकी पत्नी व परिवार के सदस्य भी ताला बंद कर गायब हो गए हैं।
कोरिया के मनेंद्रगढ़ का है दूसरा आरोपी अफजल अब्दुल्ला
दैनिक भास्कर दूसरे आरोपी अफजल अब्दुला के मंगला स्थित दीनदयाल कॉलोनी स्थित मकान पहुंची। लेकिन, यहां भी ताला बंद मिला। पड़ोसी और आसपास के लोगों ने बताया कि वह मूलत: कोरिया जिले के मनेंद्रगढ़ का रहने वाला है और करीब पांच साल से दीनदयाल कॉलोनी में रहता है। अफजल सीसीटीवी कैमरा फिटिंग का काम करता है। उसकी दोस्ती शक्ति सिंह से हुई। इसके बाद वह कॉलोनी व आसपास के कुछ युवकों को लालच देकर उनके नाम से खाता खुलवाया था।
एक अकाउंट में जमा कराए 6 लाख रुपए –
SP पारुल माथुर ने बताया कि केस की जांच कर रही दिल्ली पुलिस को बिलासपुर के अकाउंट की जानकारी मिली थी। इसी आधार पर पुलिस ने यहां खाता धारक को पकड़कर पूछताछ की। तब पता चला कि उसे लालच देकर अकाउंट खुलवाया गया था। अफजल ने बताया था कि उसके दोस्त शक्ति सिंह NGO में काम करता है। जिसका पैसा उनके अकाउंट में जमा होगा। उस रकम को निकालकर देने पर उन्हें कमीशन दिया जाएगा। पुलिस का दावा है कि भोले-भाले लोगों को इस तरह से झांसा देकर शक्ति सिंह और अफजल ने अकाउंट खुलवाया था और उनके खातों में ही फिरौती की रकम जमा कराई जाती थी।
गिरोह का मुख्य सरगना भी गिरफ्तार –
SP पारुल माथुर ने बताया कि गिरोह से जुड़ा एक और राजा नाम का आरोपी है, जो बिहार के गोपालगंज का रहने वाला है। शक्ति सिंह उसी के माध्यम से इस गिरोह में शामिल हुआ है। शक्ति सिंह को रुपए जमा कराने के लिए अकाउंट खोलने की जिम्मेदारी दी गई थी। बाद में शक्ति सिंह ने अपने साथ अफजल को गिरोह में शामिल कर लिया और दोनों बिलासपुर में कुछ लोगों से अकाउंट खुलवाकर उनके खातों में रकम जमा कराने का झांसा देते रहे। एसपी ने कहा कि इन लोगों ने गैंगस्टर लारेंस विश्नोई के नाम पर डराकर रकम वसूली थी, लिहाजा इस बात की भी जांच की जा रही है कि ये लोग उस गिरोह से जुड़े हैं या सिर्फ लारेंस के नाम का इस्तेमाल कर रहे थे।