महामारी व संकट के इस दौर में जनप्रतिनिधियों ने खुद संभाला राहत कार्य का मोर्चा
1 min readरायपुर। कोरोना महामारी संक्रमण की रोकथाम के लिए 21 दिनों के लॉक डाउन में सरकार के साथ ही जनसेवक भी अपने-अपने तरीक़े से लोगों की सेवा और राहत कार्य में लगे हैं। जिससे लोगों को मुसीबत की इस घड़ी में कोई तकलीफ न हो। सोशल मीडिया पर कोरोना के खौफ और कुछ लोगों की तकलीफों के बीच ऐसी खबरें थोड़ा राहत और सुकून देती है। रायपुर व पूरे छत्तीसगढ़ में शासन, संस्थाओं, जनप्रतिनिधियों व आम लोगों द्वारा राहत कार्य चल रहा है।
मोहन मरकाम खुद निकले राशन बांटने
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने मुख्यमंत्री राहतकोष में अपना वेतन देकर आर्थिक सहयोग किया है। साथ ही मोहन मरकाम अपने गृह जिले कोंडागांव में खुद निकलकर जरुरतमंदों को राशन बांट रहे हैं।
मंत्री मो. अकबर कर रहे सहयोग
मंत्री मो. अकबर ने दो माह के वेतन के साथ 20 लाख राहतकोष में दे चुके हैं। उनके
व परिवार द्वारा लोगों को राशन व जरूरी सामान का वितरण किया जा रहा है।
सत्यनारायण शर्मा समर्थकों के साथ राहत कार्य में
रायपुर ग्रामीण विधायक सत्यनारायण शर्मा ने अपना वेतन राहत कोष में दिया है। सत्यनारायण शर्मा के निर्देश पर समर्थक ग्रामीण क्षेत्रों में जरूरी सामानों के वितरण और राहत कार्य में लगे हैं।
कन्हैया अग्रवाल खुद कर रहे स्प्रे
कांग्रेस नेता कन्हैया अग्रवाल भी लगातार सक्रिय हैं। उन्होंने अपने संस्थान व परिवार की तरफ से 1 लाख रुपए राहतकोष में दिया है। साथ ही जरूरी सामानों का वितरण भी कर रहे हैं। कन्हैया अग्रवाल खुद गली मोहल्लों में दवाइयों का छिड़काव कर रहे हैं।
पार्षद कामरान अंसारी खुद कर रहे काम
लाल बहादुर शास्त्री वार्ड के युवा पार्षद कामरान अंसारी ने भी अपना एक माह का वेतन राहत कोष में दिया है। कामरान निगम कर्मियों कें साथ खुद भी वार्ड में दवाओं के छिडकाव सहित जागरूकता व राहतकार्य दिन रात लगे हुए हैं।