November 23, 2024

The News Wave

सच से सरोकार

बड़ी खबर : 5 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ने वाला है खुले दूध का रेट, जनता को हर तरफ महंगाई की मार, ऐसे हुआ फैसला

1 min read
Spread the love

The rate of open milk is going to increase by Rs 5 per liter, the public is hit by inflation everywhere, such a decision

रायपुर। पेट्रोल की कीमत 111.77 रुपए और डीजल की 103.16 रुपए तक पहुंच गई है। इसका सीधा असर खाद्य सामग्री और पशुचारा और दाना पर भी पड़ा है। इसके चलते जल्द ही दूध के दाम बढ़ने वाले हैं। अभी 50 से 60 रुपए प्रति किलो के भाव से बिकने वाला शुद्ध दूध अब 21 अप्रैल से 55-65 रुपए प्रति लीटर बिकेगा। प्रगतिशील दुग्ध उत्पादक किसान समिति ने बैठक में यह फैसला लिया है। दूध के दाम बढ़ाने के पीछे तर्क दिया जा रहा है कि इन दिनों गेहूं 1800 रुपए क्विंटल मिल रहा है, लेकिन चोकर 2500 रुपए।

इसी तरह अन्य चारे की कीमतों में भी 13 फीसदी वृद्धि हुई है। कुछ के दाम लगभग दोगुने हो गए हैं। मजबूरी में दूध के दाम बढ़ाने पड़ रहे हैं। समिति से 500 से ज्यादा छोटे-बड़े दूधवाले और खटाल संचालक जुड़े हैं, जिन्होंने इस पर सहमति जताई है। हालांकि पैकेट प्रोडक्ट को लेकर अब तक स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है। वहीं कुछ अन्य लोकल दूधवालों ने इस निर्णय का समर्थन नहीं किया है। उनके मुताबिक वे पुराने दाम पर ही दूध बेचते रहेंगे।

दुग्ध कंपनियां अब भी 50 रुपए प्रति लीटर बेच रहीं –

इन दिनों ब्रांडेड दुग्ध कंपनियां दूध उत्पादक किसानों से 25 से 30 रुपए लीटर दूध लेती हैं। उसमें से मलाई निकालकर उसी दूध को 50 रुपए लीटर की दर से अपने ब्रांड का नाम लिख, पैकेट बनाकर बेचकर दोगुना लाभ कमा रही हैं। उनका दूध बहुत पतला 3 फेड (दूध का गाढ़ापन मापने की ईकाई) का होता है। इससे न तो मलाई निकलती है और न ही दूध और दही बनता है। आधी कीमत में कंपनियों को दूध बेचने से दूधवालों को नुकसान भी उठाना पड़ रहा है।

गाय से ज्यादा भैंस का दूध गाढ़ा, दोनों की डिमांड –

गाय का दूध 4-5 फेट का और भैंस का दूध 8-9 फेट का होता है। यानी बाजार में मिलने वाले ब्रांडेड दूध की तुलना में यह अधिक गाढ़ा होता है। फिर भी इसकी सही कीमत नहीं मिल रही है। इस बात को ध्यान में रखते हुए दूध के दाम बढ़ाने का फैसला किया गया है। समिति के अध्यक्ष रविप्रकाश ताम्रकार ने कहा कि चारे के दाम बढ़ गए, कंपनियां आधी कीमत पर दूध ले रही हैं। इससे दूध उत्पादन करने वाले किसानों को दोहरा नुकसान हो रहा है।

दूध पैकेट्स बनाने वाली कंपनियों की भी नजर –

दूधवालों के दाम में बढ़ोत्तरी पर दूध पैकेट्स बेचने वाली कंपनियां भी नजर रखी हुई हैं। हालांकि दूधवालों में अब भी एक राय नहीं है। स्थानीय दुग्ध उत्पादक अब भी कीमत बढ़ोत्तरी को तैयार नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि वे पुरानी दरों पर ही दूध ‌उपलब्ध कराएंगे। हालांकि समिति से जुड़े दुग्ध उत्पादक और डेयरी संचालक ने समिति बनाकर कीमत बढ़ाने की तैयारी की है। उन्होंने 21 अप्रैल से इसे लागू करने का भी निर्णय लिया है। दरों को नियंत्रित करने की दिशा में कोई प्रयास नहीं हुए हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *