Chhattisgarh | राजधानी में नशीला इंजेक्शन और टेबलेट का जखीरा जब्त, राज्य में सबसे बड़ी कार्यवाही, 50 लाख आंकी गई कीमत
1 min readDrug injections and tablets seized in the capital, the biggest action in the state, valued at 50 lakhs
रायपुर। पुलिस की नारकोटिक्स सेल ने नशे के तस्करों के खिलाफ राज्य की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। नारकोटिक्स सेल की टीम ने अंतर्राज्यीय नेटवर्क का खुलासा कर नशीला इंजेक्शन और टेबलेट का जखीरा जब्त किया है। जब्त नशीले पदार्थ की कीमत 50 लाख रुपए आंकी जा रही है।
बता दें कि राजधानी पुलिस लगातार नशे के तस्करों पर शिकंजा कसते नजर आ रही है। इसी दौरान पुलिस की टीम ने नशे के कारोबार में शामिल गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की, जिसमें आरोपियों ने नशीले पदार्थों की तस्करी करने वाले 2 अंतर्राज्यीय तस्करों से नशीले पदार्थ को उपलब्ध कराने की जानकारी दी।
वहीं जानकारी के आधार पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर निरीक्षक गिरीश तिवारी प्रभारी सायबर सेल के नेतृत्व में 10 सदस्यीय टीम को उड़ीसा रवाना किया गया। टीम के सदस्यों ने उड़ीसा पहुंचकर लगातार 2 दिनों तक कैम्प लगाकर आरोपियों की पतासाजी की। टीम के सदस्यों नेआरोपियों के संबंध में जानकारी एकत्र कर ग्राहक बनकर उनसे संपर्क किया। साथ ही उनसे टेबलेट खरीदने के लिए बुलाया गया। उसी दौरान ग्राहक बनकर गए पुलिस से मिलने आए नशे के 2 सौदागर तापस कुमार परीदा और समीर कुमार बरद निवासी उड़ीसा को पुलिस ने धर दबोचा है।
गिरफ्तारी के बाद आरोपियों से पूछताछ करने पर आरोपियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ सहित देश के कई राज्यों में अवैध रूप से लोगो के मांग के आधार पर घूम-घूमकर नशीला टेबलेट सहित इंजेक्शन उपलब्ध कराया करते थे।
वहीं गिरफ्तारी के बाद जब आरोपियों के बाद कार की तलाश की गई, तो दोनों आरोपियों के कब्जे से 5630 नग नाइट्रोसन (10), 26,400 नग अल्फाजोलम प्रतिबंधित नशीली टेबलेट, 3,100 नग पेंटाजोसिन गुलकन प्रतिबंधित नशीली इंजेक्शन, नगदी रकम 10,000 रूपए और तस्करी में इस्तेमाल की जाने वाली कार को जब्त किया गया। जब्त नशीले पदार्थ की कीमत 50 लाख रुपए आंकी जा रही है। दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस महानिरीक्षक ने पूरी टीम को नगद 30,000 रुपए ईनाम देने की घोषणा की है।