Chhattisgarh | जिला अस्पताल में लड़खड़ाई चिकित्सा व्यवस्था, डॉक्टरों को निजी हॉस्पिटल का लेना पड़ा सहारा, पढ़ें पूरी खबर
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कवर्धा। बीते दिनों बोड़ला विकासखण्ड के सारई पतेरा ग्राम की 20 वर्षीय सविता मेरावी को प्रसव पीड़ा होने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। सविता की जांच करने पर स्त्री रोग विशेषज्ञ ने सिजेरियन के माध्यम से प्रसव करवाना तय किया, लेकिन एनेस्थीसिया विशेषज्ञ के आभाव में सिजेरियन सम्भव नही हो पाया।
निजी अस्पताल में नि:शुल्क सिजेरियन –
यह स्थिति मालूम होने के बाद सिविल सर्जन डॉ. पी सी प्रभाकर ने तत्काल सी एम एच ओ डॉ शैलेन्द्र कुमार मंडल को जानकारी दी। वही, स्थिति से तत्काल निपटने के लिए डॉ. मण्डल ने शहर के निजी अस्पतालों में सम्पर्क कर तत्काल सिजेरियन के माध्यम से प्रसव कराने के लिए चर्चा की। सविता को निजी अस्पताल चंद्रायन हेल्थ केयर सेंटर ले जाया गया, जहां महिला का सफल निःशुल्क सिजेरियन किया गया।
सविता व उसके परिजनों ने कहा –
सविता व उसके परिजनों ने स्वाथ्य विभाग की टीम और निजी चिकित्सालय के चिकित्सकों का आभार जताया। सविता कहती है-‘ मोर लइका अउ मोर बर सब डॉक्टर अउ नर्स दीदी मन भगवान बरोबर हवय। मोर पीरा ल समझ के मोर मदद करे बर मैं अउ मोर परिवार तरफ ले सबला धन्यवाद देवत हव।’
इस टीम की रही भूमिका –
चिकित्सकों ने बताया कि जच्चा-बच्चा की स्थिति अभी ठीक है। इस प्रकिया में सिविल सर्जन डॉ पी सी प्रभाकर, डॉ अजित राडेकर, हॉस्पिटल कंसल्टेंट रीना सलूजा, डॉ व्यास नारायण चन्द्रवंशी, डॉ योगिता चन्द्रवंशी व उनकी मेडिकल टीम तथा कामू बैगा की भूमिका सराहनीय रही।
डॉ शैलेन्द्र कुमार मण्डल ने बताया –
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ शैलेन्द्र कुमार मण्डल ने बताया कि शासन और जिला प्रशासन द्वारा लगातार प्रयास करके विशेषज्ञ चिकित्सकों की व्यवस्था कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि जिला चिकित्सालय में एनेस्थीसिया विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा अन्यत्र सेवाएं जॉइन करने के बाद जिला चिकित्सालय कबीरधाम में हाल ही में यह पद रिक्त हुआ है, जिसे भरने के लिए प्रयास जारी है। उन्होंने इच्छुक एनेस्थीसिया विशेषज्ञ चिकित्सकों को कबीरधाम में सेवा देने के लिए आमंत्रित भी किया।