Cg FIR On Leaders | पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के भांजे सहित 10 के खिलाफ दर्ज किया गया एफआईआर, आखिर क्यों ?
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राजनादगांव। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के भांजे और जिला पंचायत के उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह सहित 10 लोगों के खिलाफ खैरागढ़ थाने में FIR दर्ज हुई। बीते 23 दिसंबर को खैरागढ़ नगर पालिका चुनाव के मतगणना के दौरान विक्रांत सिंह सहित भाजपा के कार्यकर्ताओं ने मतगणना में गड़बड़ी का आरोप लगाया था। मतगणना स्थल में घुसकर तोड़फोड़ किया था।
मिली जानकारी के मुताबिक रिटर्निग ऑफिसर की लिखित शिकायत के बाद खैरागढ़ पुलिस ने FIR दर्ज किया है। रिटर्निग ऑफिसर ने अज्ञात लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज कराया है, जबकि पुलिस ने विक्रांत सिंह सहित 10 भाजपा के कार्यकर्ताओं सहित अन्य लोगों पर नामजद अपराध दर्ज किया है। इस मामले में 2 अलग-अलग FIR दर्ज हुए हैं।
दरअसल, खैरागढ़ नगर पालिका परिषद के 20 वार्डों में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर देखी जा रही थी। चुनाव परिणाम आते गए और स्थिति भी स्पष्ट होती गई थी, जिसमें 20 में से 10 सीट भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में और 9 सीट कांग्रेस के पक्ष में चली गई।
वहीं वार्ड नंबर 4 की एक सीट पर दोनों प्रत्याशी को मिले मतों में बराबरी होने के चलते फैसला आना बाकी रहा। खैरागढ़ नगर पालिका परिषद के वार्ड नंबर 4 में कांग्रेस और भाजपा दोनों ही प्रत्याशी को 387 वोट ही मिले थे, जिसमें भाजपा और कांग्रेस के बीच टाय हो गया था।
इसके बाद दोबारा मतगणना के लिए अभ्यर्थियों ने आवेदन प्रस्तुत किया। वार्ड नंबर 4 में दोबारा मतगणना की गई। दोबारा मतगणना के दौरान इस वार्ड में कांग्रेस के प्रत्याशी सुमित टांडिया ने भाजपा प्रत्याशी कैलाश नागरे को एक मत से शिकस्त दी। इसके बाद कांग्रेस भी भाजपा के मुकाबले 10 सीट की बराबरी पर पहुंच गई, लेकिन इस दोबारा मतगणना में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए बड़ी संख्या में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता मतगणना स्थल पर घुस आए थे।
इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने समीप ही रखे कुर्सियों में तोड़फोड़ की और मतगणना स्थल के बाहर ही बैठकर शासन, प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। खैरागढ़ से भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं जिला पंचायत उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह ने कहा कि मतगणना के दौरान भाजपा के पक्ष का एक वोट अमान्य किया गया। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर हम चुनाव आयोग तक जाएंगे और जरूरत पड़ा तो न्यायालय का दरवाजा भी खटखटायेंगे।