Omicron in India | देश में तेजी से फैल रहा ओमिक्रोन, बढ़ते ख़तरे के बीच समीक्षा बैठक करेंगे पीएम मोदी, जानें ताजा हाल
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नई दिल्ली। देश भर में जानलेवा कोरोना के सबसे खतरनाक वेरिएंट ओमिक्रोन के केस दिन पर दिन बढ़ते जा रहे हैं। देश में इस खतरनाक और तेजी से फैलने वाले वेरिएंट के 236 मामले सामने आ चुके हैं। राजधानी दिल्ली और महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा हालत खराब हैं। दिल्ली में ओमिक्रोन को देखते हुए क्रिमसस और नए साल के जश्न पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। वहीं, मुंबई में 31 दिसंबर तक धारा 144 लागू है।
जानिए अबतक देश के कितने राज्यों में ओमिक्रोन केस दर्ज किए गए हैं और किस राज्य ने क्या प्रतिबंध लगाए हैं –
भारत में ओमिक्रोन की ताजा स्थिति –
कुल केस- 236
कुल रिकवरी- 104
कितने राज्यों में फैला- 16
राज्यों की स्थिति
महाराष्ट्र- 62 रिकवरी 35
दिल्ली- 64 रिकवरी 23
तेलंगाना- 24 रिकवरी 0
राजस्थान- 21 रिकवरी 19
कर्नाटक- 19 रिकवरी 15
केरल- 15 रिकवरी 0
गुजरात 14 रिकवरी 4
जम्मू-कश्मीर 3 रिकवरी 3
आंध्र प्रदेश 2 रिकवरी 1
ओडिशा 2 रिकवरी 0
उत्तर प्रदेश 2 रिकवरी 2
चंडीगढ़ 1 रिकवरी 0
लद्दाख 1 रिकवरी 1
तमिलनाडु 1 रिकवरी 0
उत्तराखंड 1 रिकवरी 0
पश्चिम बंगाल 1 रिकवरी 1
आज समीक्षा बैठक करेंगे पीएम मोदी –
ओमिक्रोन का खतरा सिर पर आ चुका है। ओमिक्रोन की चिंताओं के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज समीक्षा बैठक करने जा रहे हैं। सवाल ये है क्या देश फिर से कोरोना पर सख्त नियमों की तरफ बढ़ेगा या सरकार ओमिक्रोन से लड़ने के लिए वैक्सीनेशन नीति में बदलाव लाएगी।
राज्यों पर लगा कोरोना का ग्रहण –
बता दें कि देश में ओमिक्रोन 16 राज्यो में फैल चुका है। 22 दिसंबर तक 216 केसों की बात स्वास्थ्य मंत्रालय मान चुका है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने ये भी चेतावनी दी है कि कोरोना तीन गुना तेजी से फैलता है और इसलिए अब सावधानी रखने का वक्त आ चुका है, लेकिन इस खतरे के बाद भी देश में सावधानी नहीं दिख रही। यही वजह है कि केंद्र ने भी राज्यों को तीसरी लहर रोकने के लिए चिट्ठी लिखकर कहा है कि जिस जिले में 10 फीसदी से ज्यादा संक्रमण दर हो वहां कंटेनमेंट जोन बनाए जाएं। रात में कर्फ्यू लगाया जाए। शादियों और अंतिम संस्कार में लोगों की संख्या कम करने के साथ-साथ बड़ी सभाओं में सख्त नियम लागू करने की सलाह दी गई है।
पीएम की बैठक में इन सवालों पर रहेगी नजर –
क्रिसमस, न्यू ईयर सेलिब्रेशन पर क्या फैसला होगा?
क्या फिर से कड़े कदम उठाए जाएंगे?
ओमिक्रोन से बचाव के लिए सरकार क्या कदम उठाने जा रही है?
बूस्टर डोज पर क्या फैसला होगा?
क्या बच्चों को वैक्सीनेशन पर कोई फैसला होगा?
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि भारत में हर रोज एक से डेढ़ लाख केस आ सकते हैं। कोरोना का खतरा सिर उठा कर खड़ा है। दिल्ली के एम्स ने स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ मिलकर तैयारी शुरू कर दी है। कोरोना की संभावित तीसरी लहर की तैयारियों को लेकर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल आज बैठक करेंगे। मंत्रियों और अधिकारियों से बैठक में अस्पताल, बेड, ऑक्सीजन सप्लाई और दवाइयों की उपलब्धता की समीक्षा होगी।
दिल्ली में क्या प्रतिबंध लगाए गए हैं? –
दिल्ली में क्रिसमस और नए साल के जश्न में बड़े आयोजन नहीं होंगे।
अब कोई भी सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक या धार्मिक सभा नहीं होगी।
कोविड प्रोटोकॉल्स का सख्ती से पालन करवाया जाएगा।
दुकानों में बिना मास्क के एंट्री नहीं होगी।
रेस्टोरेंट्स और बार में क्षमता के 50% लोग ही बैठ पाएंगे।
स्टेडियम में खेल बिना दर्शकों के होंगे।
हरियाणा सरकार भी सतर्क –
1 जनवरी से जिन्होंने टीका नहीं लगवाया है। उन्हें मैरिज हॉल, होटल, बैंक, मॉल, सरकारी दफ्तर, यहां तक की बस में भी एंट्री नहीं मिलेगी।
पंजाब सरकार नहीं देगी सैलरी –
वहीं पंजाब सकार ने आदेश जारी किया है कि टीका प्रमाण पत्र नहीं है तो वेतन नहीं मिलेगा। ऐसे ही कदम मध्य प्रदेश में पहले से उठाए जा रहे हैं। कल तो सीएम शिवराज सिंह चौहान ने स्कूल में बने वैक्सीनेशन सेंटर का दौरा किया और तीसरी लहर शुरू होने का एलान कर दिया।
गुजरात सरकार की तैयारी –
गुजरात में नए आइसोलेशन वॉर्ड बनाए जाने की शुरूआत हो गई है। जरूरी भी है, क्योंकि कोरोना से लड़ना है तो सावधानी और तैयारी बहुत जरूरी है।