प्रदेश अध्यक्ष अर्जुन हिरवानी की मनमानी से प्रदेश साहू समाज में रोष.. दो बड़े मामलों में फंसे हिरवानी..

रायपुर। प्रदेश साहू संघ के चुनाव को हुए अभी 3 से 4 महीने ही हुए है और नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष अर्जुन हिरवानी मनमानी करने पर उतारू हो गए हैं। अर्जुन हिरवानी प्रदेश साहू संघ के नियमों को ताक में रखकर मनमाने ढंग से कार्य करने पर आमादा है। अभी वर्तमान में उनके द्वारा मनमाने ढंग से दो ऐसे कार्य किए गए है। जिससे प्रदेश साहू संघ की किरकिरी हो रही है।
पहला मामला है बिरगांव तहसील साहू संघ का गठन एवं फर्जी नियुक्ति। बता दें कि पिछले दिनों अर्जुन हिरवानी द्वारा बिना अधिनस्थ परिक्षेत्र तहसील एवं जिला की सहमति से बीरगांव को तहसील साहू संघ का दर्जा दिया गया साथ ही फर्जी नियुक्तियां भी की गई। जिन पर संबंधित परिक्षेत्र एवं तहसील ने आपत्ति दर्ज कराई तो अर्जुन हिरवानी द्वारा नए सिरे से गठन एवं आम निर्वाचन द्वारा नियुक्ति की बात कही गई। परंतु अपने ही बात से मुकरते हुए उन्होंने शपथ ग्रहण का आयोजन करवाया एवं अधीनस्थ परिक्षेत्र एवं तहसील के लोगों द्वारा उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई और उनको शपथ ग्रहण का कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा।
दूसरा मामला यह है कि पिछले दिनों जब प्रदेश साहू संघ का चुनाव हुआ तो जिन लोगों ने राष्ट्रीय पदाधिकारियों की मान मनौव्वल को नकारते हुए सामाजिक एकता को धता बताते हुए चुनाव लड़े और हारे। उन लोगों को बिना प्रदेश कार्यकारिणी को विश्वास में लिए पदों की रेवड़ियां बांट रहे हैं। उक्त दोनों घटनाएं साहू समाज के इतिहास में पहली बार है जब कोई प्रदेश अध्यक्ष अपने मनमाना रवैया से समाज को गर्त में ले जाने का काम कर रहे हैं। समाज के नियमों को ताक में रखकर नियम विरुद्ध और एकता को खंडित करने का प्रयास कर रहे हैं। जिनकी पूरे समाज में पुरजोर विरोध हो रहा है।