BIG NEWS | पूर्व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा गिरफ्तार, एनआईए ने की कार्यवाही, एंटीलिया विस्फोटक मामला
1 min read
मुंबई । राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुरुवार को एंटीलिया विस्फोटक मामले और बिसनेसमैन मनसुख हिरन की हत्या मामले में मुंबई पुलिस के पूर्व अधिकारी प्रदीप शर्मा के आवास पर छापेमारी की है। पुलिस ने प्रदीप को गिरफ्तार कर लिया है।
एनआईए की एक टीम गुरुवार सुबह मुंबई के अंधेरी (पूर्वी) इलाके में प्रदीप शर्मा के आवास पर पहुंची और तलाशी अभियान शुरू किया। सूत्रों के मानें तो जब अधिकारी तलाशी ले रहे थे तब प्रदीप शर्मा अपने घर में मौजूद थे।
एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के तौर पर पहचाने जाने वाले प्रदीप शर्मा से एनआईए अधिकारियों ने इस मामले में पहले भी दो बार पूछताछ की थी। वह मुंबई पुलिस के पूर्व अधिकारी सचिन वजे के करीबी के रूप में जाने जाते हैं। वजे को केन्द्रीय जांच एजेंसी ने एंटीलिया विस्फोटक मामले और बिसनेसमैन मनसुख हिरन की हत्या मामले में मुख्य साजिशकर्ता के रूप में गिरफ्तार किया है।
प्रदीप शर्मा 1983 में मुंबई पुलिस में सब-इंस्पेक्टर के रूप में शामिल हुए थे और मुंबई अंडरवर्ल्ड से संबंधित 300 से अधिक मुठभेड़ों में शामिल रहे हैं। इनमें से 113 शूटआउट शर्मा के नाम पर हैं। उन्होंने 2019 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली और शिवसेना में शामिल हो गए। शिवसेना के टिकट पर नाला सोपारा सीट से महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए थे।
एंटीलिया मामले में सचिन वजे और विनायक शिंदे की गिरफ्तारी के बाद एनआईए दोनों आरोपियों और प्रदीप शर्मा के बीच संबंधों की जांच कर रही थी। प्रदीप शर्मा, सचिन वज़े और कांस्टेबल विनायक शिंदे के बीच की दोस्ती मुंबई पुलिस में सबको पता थी।
एनआईए ने इस साल फरवरी में उद्योगपति मुकेश अंबानी के मुंबई स्थित आवास के बाहर से विस्फोटकों से लदी एक एसयूवी की बरामदगी से जुड़े मामले में बुधवार को संतोष शेलार और आनंद जाधव को गिरफ्तार किया था। दोनों को विशेष अदालत में पेश किया गया। अदालत ने दोनों को आगे की जांच के लिए 21 जून तक एनआईए की हिरासत में भेज दिया।
शेलार और जाधव ठाणे बिसनेसमैन मनसुख हिरन की हत्या मामले में रडार पर हैं। मनसुख हिरन 25 फरवरी को अंबानी के आवास एंटीलिया के बाहर मिली एसयूवी के मालिक थे। हिरन का शव 5 मार्च को ठाणे में एक नाले में मिला था। फरवरी में अरबपति मुकेश अंबानी के मुंबई स्थित आवास एंटीलिया के बाहर 20 जिलेटिन स्टिक वाली एक संदिग्ध एसयूवी मिली थी। जिसके बाद से यह सब कुछ शुरू हुआ