BREAKING | PM मोदी एक बार फिर देश के सामने, जनता को 08:45 को करेंगे संबोधित, LOCKDOWN सहित इन बातों का कर सकते है ऐलान
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नई दिल्ली । देश में कोरोना के बिगड़ते हालात पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को संबोधित करेंगे। मोदी रात 8.45 बजे अपने संबोधन में कोरोना के इलाज की सुविधाओं, ऑक्सीजन, वैक्सीनेशन और लॉकडाउन को लेकर अहम ऐलान कर सकते हैं।
देश में बेकाबू वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की दूसरी लहर कहर बरपा रही है। लगातार कोरोना संक्रमण के मरीजों और कोविड से होने वाली मौतों की संख्या में वृद्धि ने सरकार से लेकर आम लोगों तक की चिंता बढ़ा दी है। कोरोना संक्रमण का प्रकोप बढ़ने के साथ ही देश में अस्पतालों की हालत बेहद खराब नजर आ है।
कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित राज्यों में बेड, वेंटिलेटर, रेमडेसिविर और ऑक्सीजन की किल्लत है। वहीं देश में मंगलवार को बीते 24 घंटों में 2.56 लाख से अधिक नए कोरोना मरीज मिले और करीब 1,757 लोगों की संक्रमण के चलते जान चली गई है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अमेरिका ने अपने नागरिकों को भारत की यात्रा नहीं करने की सलाह दी है।
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला, नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल और स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को हाईलेवल मीटिंग की। इसमें सभी केंद्र शासित राज्यों के चीफ सेक्रेटरी शामिल हुए।
डॉ. वीके पॉल ने कहा कि अगले तीन हफ्ते कोरोना की लड़ाई में निर्णायक होने वाले हैं। इस दौरान हर किसी को काफी सावधानी रखनी होगी। सभी राज्यों को उन्होंने 3 हफ्ते की प्लानिंग एडवांस में करने के लिए कहा। गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने बाजारों में जुट रही भीड़ पर रोक लगाने के लिए सख्त कदम उठाने का आदेश दिया।
देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव और मध्य प्रदेश के दमोह समेत कई प्रदेशों में कोरोना प्रोटोकॉल के उल्लंघन पर MP हाईकोर्ट ने सख्ती दिखाई है। कोर्ट ने केंद्र, मध्य प्रदेश सरकार और चुनाव आयोग को नोटिस जारी कर 26 अप्रैल तक जवाब मांगा है। हाईकोर्ट ने मंगलवार को चुनाव में कोरोना प्रोटोकॉल न मानने पर संक्रमण फैलने की जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए ये नोटिस जारी किए।
याचिका में कहा गया कि कोरोना के हालात से स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई हैं। अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन और दवाओं की कमी है। रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी हो रही है। श्मशान घाटों में अंतिम संस्कार के लिए कतारों में लोगों को इंतजार करना पड़ रहा है। इसी दौरान उपचुनाव और विधानसभा के चुनाव कराए गए, जिनमें कोविड गाइडलाइन को ताक पर रख दिया गया।