BIG BREAKING | चलती ट्रेन में नोटों का जखीरा बरामद, काफी पूछताछ के बाद भी लावारिस बैग के मालिक नहीं चला पता, जिसने देखा फटी रह गई आँखें
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उत्तर प्रदेश के चंदौली में दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन की जीआरपी ने नकली नोटों का जखीरा बरामद किया है. दो-दो हजार के एक करोड़ से ज्यादा के नकली नोट लावारिस हालत में उस ट्रेन के थर्ड एसी कोच में एक बैग में रखे हुए थे, जो दिल्ली से चलकर असम की तरफ जा रही थी. नकली नोटों की जांच पड़ताल के दौरान उसमें से दो-दो हजार के 5 नोट यानी कुल 10 हजार रुपये के असली नोट भी थे.
जीआरपी और आरपीएफ सहित इस मामले की जांच आईबी सहित अन्य जांच एजेंसिया भी कर रही हैं. जांच एजेंसियों को इस बात की भी आशंका है कि हो सकता है कि इन नकली नोटों का इस्तेमाल बंगाल और असम के चुनावों में किया जाना हो. फिलहाल इस पूरे मामले की जांच पड़ताल की जा रही है कि नकली नोटों का यह जखीरा कहां से कहां ले जाया जा रहा था और इसे ले जाने वाले लोग कौन थे और इसका इस्तेमाल कहां होना था.
दरअसल, महाशिवरात्रि त्यौहार के मद्देनजर दिल्ली- हावड़ा रेल रूट के सर्वाधिक व्यस्ततम रेलवे जंक्शनो में शुमार दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन पर जीआरपी और आरपीएफ की टीम संयुक्त रूप से ट्रेनों में चेकिंग अभियान चला रहे थे. उसी दौरान दिल्ली से चलकर असम के कामाख्या जाने वाली ब्रह्मपुत्र मेल के थर्ड एसी कोच संख्या B-4 में सीट नंबर 31 के नीचे लावारिस बैग दिखाई दिया.
काफी पूछताछ के बाद भी जब बैग के मालिक का पता नहीं चला तो पुलिस टीम ने वह को अपने कब्जे में ले लिया. पुलिस के जवानों ने जब बैग को खोला तो उनकी आंखें फटी की फटी रह गई. बैग में दो-दो हजार के नोट भरे हुए थे. जीआरपी ने बैंक अधिकारियों से संपर्क कर नोटों के बारे में जानकारी हासिल की. तो पता चला कि इसमें सिर्फ दो-दो हजार के 5 नोट यानी 10 हजार असली हैं. बाकी एक करोड़ दस हजार के नोट नकली हैं. जीआरपी ने इस नकली करेंसी को जप्त कर लिया और आईबी सहित अन्य जांच एजेंसियों को इस बाबत जानकारी दे दी.
डीडीयू जंक्शन जीआरपी थाना के प्रभारी निरीक्षक आरके सिंह ने बताया कि शिवरात्रि के मद्देनजर आरपीएफ और जीआरपी द्वारा ट्रेनों की चेकिंग की जा रही थी. इसमें ब्रह्मपुत्र मेल के B4 कोच के 31 नंबर बर्थ के पास एक लावारिस बैग पड़ा हुआ था. जिसके बारे में काफी पूछताछ की गई लेकिन किसी ने यह नहीं बताया कि बैग किसका है. शक होने पर उसे चेक किया गया और खोला गया तो उसमें बहुत सारे नोटों की गड्डियां मिली. सभी दो-दो हजार के नोट थे. बैंक में चेक कराने पर पता चला कि एक करोड़ दस हजार के नकली नोट हैं और 10 हजार के असली नोट हैं. यह ट्रेन दिल्ली से कामाख्या जा रही थी. बाकी इसमें जांच पड़ताल और कार्रवाई की जा रही है.
जीआरपी ने इंस्पेक्टर आरके सिंह ने बंगाल और असम चुनाव में इस फेक करेंसी का इस्तेमाल पर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि अब इस चीज से इनकार नहीं किया जा सकता. लेकिन इसमें आइबी की टीम आ रही है और इसमें बहुत गहनता से आगे भी जांच होगी.
जीआरपी और आरपीएफ सहित अन्य जांच एजेंसियां अब इस बात की जानकारी कर रही हैं कि यह बैग ले जाने वाला शख्स कौन था और इसे कहां से कहां ले जाया जा रहा था. एजेंसी इस बात की भी जांच पड़ताल कर रही है कि इन नकली नोटों का इस्तेमाल कहीं बंगाल और असम में होने वाले चुनाव के दौरान तो नहीं किया जाना था.