September 21, 2024

The News Wave

सच से सरोकार

परीक्षा की तैयारी लगन से करें, मोबाइल, इंटरनेट, सोशल मीडिया से रहे दूर -भूपेश बघेल

1 min read
Spread the love

डर भगाने के लिए आत्म विश्वास को करें मजबूत
परीक्षा की तैयारी में पालक भी करें सहयोग
बच्चे अपनी मेहनत पर रखें विश्वास

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के आज मासिक रेडियोवार्ता लोकवाणी की सातवी कड़ी में ‘परीक्षा प्रबंधन और युवा कैरियर के आयाम‘ विषय पर आज दानी गर्ल्स स्कूल के विद्यार्थियों ने मुख्यमंत्री की बाते सुनी। उन्होंने बच्चों को परीक्षा की तैयारी, तनाव से निपटने के उपायों की जानकारी देते हुए बच्चों के अभिभावकों से आग्रह किया कि बच्चों की परीक्षा की तैयारी में सहयोगी बने। बच्चे समय का सदुपयोग करें, परीक्षा के समय खाना-पीना सादा रखें और हल्का व्यायाम करें। सबसे पहले परीक्षा के डर के मनोविज्ञान को समझना जरूरी है। जब तक आप डर के बारे में सोच-सोचकर डरते रहेंगे, तब तक मन से डर को बाहर नहीं निकाल पायेंगे। तैयारी में कोई कमी डर का कारण बनती है और डर का दूसरा बड़ा कारण है जितनी मेहनत की है, उससे अधिक की अपेक्षा रखना। बहुत अच्छी तैयारी के बाद भी अगर डर लगता है तो इसका मतलब है कि कहीं न कहीं आत्म विश्वास की कमी है। डर दूर करने के लिए स्वभाव में बदलाव जरूरी है। मोबाइल, टीवी आदि से दूर रहें, जिससे आंखों को आराम मिले और दिमाग भी शांत रहे।

बच्चे पूरी पढ़ाई का बोझ एक साथ लेकर न बैंठे अपितु समय-सारणी बनाकर क्रमवार विषयों का अध्ययन करें। इससे एक-एक विषय की तैयारी पूरी होती जाएगी। पालक परीक्षा के समय बच्चों को आत्मीयता के साथ सहयोग करें। परीक्षा के समय बच्चों को अनावश्यक तनाव से बचाना जरूरी है। पालकों को बच्चों का कोई एसाइनमेंट, प्रेक्टिकल कॉपी, नो ड्यूस सर्टीफिकेट, एडमिट कार्ड, कंपास बॉक्स, पेन, जो कपड़े पहनकर परीक्षा देने जाना है, वैसी चीजों, के बारे में भी सहयोग देना चाहिए। ऐसा छोटा सहयोग भी बच्चों का मनोबल बढ़ाता है। पालक यह ध्यान रखें कि परीक्षा के समय अपने बच्चे की तुलना किसी दूसरे बच्चे से न करें। घर का वातावरण ऐसा रहे कि बच्चा शांति से मन को एकाग्र कर सके।

लोकवाणी में ‘‘राजीव युवा मितान क्लब’’ के माध्यम से युवाओं को वैचारिक रूप से भारत के संविधान, भारत की संस्कृति, अपने प्रदेश की अस्मिता, ग्राम सेवा, सामाजिक सरोकार, पढ़े-लिखे युवाओं की ग्राम विकास में भागीदारी और अच्छे संस्कारयुक्त मनोरंजन के लिए प्रेरित किया जाएगा। इसके माध्यम से ऐसी युवा शक्ति तैयार होगी, जो अपनी माटी का सम्मान करे और अपनी माटी का कर्ज चुकाने को तैयार रहे।

इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी श्री जी.आर. चन्द्राकर, प्राचार्य श्री खण्डेलवाल शिक्षक-शिक्षिकाओं सहित बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *