Narendra Chanchal Death | नही रहें “चलो बुलावा आया है” जैसे चर्चित भजन गाने वाले गायक नरेंद्र चंचल, हर साल जाते थे वैष्णों देवी मंदिर ..
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नई दिल्ली | भजन गायकी की दुनिया के सितारे नरेंद्र चंचल का शुक्रवार को दिल्ली में निधन हो गया. नरेंद्र चंचल पिछले कई माह से गंभीर रूप से बीमार थे और अस्पताल में भर्ती थे. अस्पताल में ही नरेंद्र चंचल ने आखिरी सांस ली. नरेंद्र चंचल ने यूं तो फिल्मों में ज्यादा गाने नहीं गाए लेकिन जितने भी गाने उन्होंने गाए, वह आज भी पसंद किए जाते हैं. फिल्मी गानों के अलावा नरेंद्र चंचल ने अपने भजनों से लंबे समय तक लाखों लोगों को भक्ति रस से सराबोर किया.
पिता को शेयर मार्केट में हुए नुकसान से बनी गायक बनने की राह
नरेंद्र चंचल का जन्म पंजाब के अमृतसर में हुआ था. नरेंद्र चंचल को बचपन से ही गाने का शौक था. हालांकि उन्होंने इस शौक को करियर बनाने के बारे में नहीं सोचा था क्योंकि उस वक्त गाने-बजाने को अच्छा नहीं माना जाता था. यहां तक कि नरेंद्र चंचल के घर वालों को भी उनका गाना पसंद नहीं था. नरेंद्र चंचल के पिता शेयर मार्केट में पैसा लगाते थे. लेकिन एक वक्त उन्हें शेयर मार्केट में काफी नुकसान उठाना पड़ा.
इससे घर की माली हालत बिगड़ गई और नरेंद्र चंचल और उनके भाई-बहनों की पढ़ाई छूट गई. ऐसे वक्त शादी-समारोह या अन्य फंक्शनों में नरेंद्र चंचल ने गाना शुरू किया, जिससे उन्हें कमाई भी हुई. यही वो वक्त था कि उन्होंने गायकी में ही करियर बनाने के बारे में गंभीरता से सोचना शुरू कर दिया.
फिल्मों में ब्रेक मिलने की कहानी है बड़ी रोचक
एक इंटरव्यू के दौरान नरेंद्र चंचल ने बताया था कि 1970 के दशक में एक ग्रुप के साथ मिलकर वह अलग-अलग शहरों में प्रोग्राम करते थे. इसी दौरान उन्हें ऐसे ही एक कार्यक्रम में मुंबई जाना था. उससे कुछ दिन पहले ही वह अमृतसर स्थित अपने घर पर एक दुकान से पकौड़े लेकर जा रहे थे. जिस पेपर के टुकड़े में पकौड़े रखे थे, उसमें मशहूर सूफी गायक बुल्ले शाह की कुछ पंक्तियां लिखी हुईं थी.
नरेंद्र चंचल को ये पंक्तियां इतनी पसंद आयीं कि मुंबई के शो में उन्होंने इन्हीं पंक्तियों को गाया. जिस शो में नरेंद्र चंचल ने बुल्ले शाह की यह पंक्तियां सुनायी, उस शो में राज कपूर भी मौजूद थे. राज कपूर उस वक्त बॉबी फिल्म बना रहे थे. अपनी फिल्म के लिए उन्हें एक सूफियाना आवाज की तलाश थी. जब राज कपूर ने शो में नरेंद्र चंचल को बुल्ले शाह की पंक्तियां गाते सुना तो वह बहुत खुश हुए और उन्होंने शो के बाद नरेंद्र चंचल को गले लगाकर बधाई दी थी. साथ ही उन्हें अपनी फिल्म में गाने के लिए उनसे मिलने को कहा था. इसके बाद ही बॉबी फिल्म के गीत के लिए नरेंद्र चंचल का नाम फाइनल हो गया था.
हर साल जाते थे वैष्णों देवी मंदिर
नरेंद्र चंचल के बारे में कहा जाता है कि वह हर साल वैष्णों देवी मंदिर जाते थे और साल के आखिरी दिन वहां परफॉर्म भी करते थे. एक किस्सा साझा करते हुए उन्होंने बताया था कि एक बार उन्होंने मंदिर में भजन गाने से इंकार के लिए झूठ बोला और उनकी आवाज चली गई थी. दरअसल फिल्मों में गीत मिलने के बाद नरेंद्र चंचल को अहंकार हो गया था. यह बात खुद नरेंद्र चंचल ने बतायी थी. नरेंद्र चंचल ने बताया कि एक बार उन्हें मंदिर में भजन गाने के लिए बुलाया गया लेकिन उन्हें एक कार्यक्रम के सिलसिले में आगरा जाना था. ऐसे में नरेंद्र चंचल ने तबीयत खराब होने का बहाना बना दिया और मंदिर में भजन गाने नहीं गए. लेकिन जब वह आगरा पहुंचे तो उन्हें महसूस हुआ कि वह बोल नहीं पा रहे थे. तब उन्हें अपनी गलती का अहसास हुआ और इसके बाद उन्होंने कभी भी भजन गायन के लिए झूठ नहीं बोलने की बात ठान ली. नरेंद्र चंचल ने बताया कि 2 माह तक वह अपनी आवाज को लेकर परेशान रहे थे लेकिन बाद में वह ठीक हो गए थे.
भजनों में लेकर आए तकनीक
नरेंद्र चंचल ने कई ऐसे भजन गाए, जिनके बोल ऐसे थे, जिनमें टेलीफोन, ईमेल आदि तकनीकी शब्दों का खूब इस्तेमाल किया गया. ये भजन काफी लोकप्रिय भी हुए. दरअसल भजनों को युवा पीढ़ी के बीच लोकप्रिय करने के लिए उन्होंने ये प्रयोग किए. नरेंद्र चंचल के ऐसे भजन खूब लोकप्रिय भी हुए थे.
निधन पर इन हस्तियों ने जताया दुख
नरेंद्र चंचल के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई हस्तियों ने संवेदना जाहिर की है. पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा कि ‘लोकप्रिय भजन गायक नरेंद्र चंचल जी के निधन के समाचार से अत्यंत दुख हुआ है. उन्होंने भजन गायन की दुनिया में अपनी ओजपूर्ण आवाज से विशिष्ट पहचान बनाई. शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ है. ओम शांति!’ पीएम मोदी के अलावा मशहूर गायक दलेर मेहंदी और क्रिकेटर हरभजन सिंह ने भी नरेंद्र चंचल के निधन पर दुख जाहिर किया.