Chhattisgarh | पेट्रोल की कीमत ने तोड़ा रेकॉर्ड, लंबे समय से फेरबदल जारी, जानिए मंत्री टीएस सिंहदेव ने क्या कहा ..
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रायपुर । छत्तीसगढ़ में एक बार फिर पेट्रोल की कीमत रिकार्ड 84 रुपए तक पहुंच गई है। इसके पहले अक्टूबर 2018 में कीमत 84.33 रुपए तक पहुंच गई थी। उसके बाद अक्टूबर 2020 से अब तक कीमत में चार रुपए का इजाफा हो चुका है। चार माह में कीमत में इजाफा ज्यादा और कमी बहुत कम हुई है। नए साल के पहले दिन से अब तक कीमत में 1.45 रुपए का इजाफा हुआ है। कीमतों से त्रस्त प्रदेश की जनता को प्रदेश के मंत्री टीएस सिंहदेव वैट में कुछ राहत के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से चर्चा करने की बात कहते हैं।
अंतरराष्ट्रीय बाजार के हिसाब से पेट्रोल और डीजल की कीमत में लंबे समय से रोज फेरबदल हो रहा है। कई बार कीमत कई दिनों तक यथावत रहती है तो कई बार रोज कीमत में इजाफा होते जाता है। ऐसा बहुत कम होता है कि कीमत में लगातार कमी आती है। अगर नए साल के पहले माह की ही बात करें तो साल के पहले दिन पेट्रोल की कीमत 82.46 रुपए थी। इसके बाद कीमत में इजाफा होता चला गया। पहले दस दिनों में कीमत बढ़कर 82.95 रुपए हो गई। 12 जनवरी को जहां कीमत में महज 6 पैसे की कमी आई, वहीं अगले दिन कीमत में 30 पैसों का इजाफा हो गया। 14 जनवरी को कीमत में फिर 24 पैसे का इजाफा हुआ। तीन दिनों तक कीमत स्थिर रहने के बाद 18 जनवरी को कीमत में फिर 24 पैसे का इजाफा हुआ। इसके बाद 19 जनवरी को फिर से 24 पैसे कीमत बढ़ी और पेट्रोल रिकार्ड 84 रुपए के करीब पहुंच गया। 19 जनवरी को कीमत 83.91 रुपए रही।
चार माह में चार रुपए की बढ़ोतरी
रायपुर में पेट्रोल की कीमत में चार माह में चार रुपए का इजाफा हो गया। अक्टूबर में पेट्राेल की न्यूनतम कीमत 79.76 रुपए 29 तारीख को थी। इसके पहले अधिकतम कीमत सात अक्टूबर को 80.12 रुपए थी। नवबंर में तीन तारीख को न्यूनतम कीमत 79.76 रुपए और अधिकतम 81.14 रुपए 29 नवंबर को रही। दिसंबर में पहले दिन कीमत 81.03 रुपए और इसी माह अधिकतम कीमत 9 दिसंबर को 82.71 रुपए रही।
प्रदेश की जनता काे राहत देने का करेंगे प्रयास
सिंहदेव पेट्रोल की ऐतिहासिक कीमत पर आश्चर्य जताते हुए प्रदेश के वाणिज्यिक कर मंत्री टीएस सिंहदेव ने हरिभूमि से इस मुद्दे पर बात करते हुए कहा, पेट्रोल की इतनी ज्यादा कीमत से निश्चित ही आम नागरिकों पर भारी असर पड़ रहा है। हमारी सरकार और कांग्रेस लगातार कीमत को लेकर केंद्र सरकार से इनके नियंत्रण पर बात कर रही है, लेकिन केंद्र सरकार कुछ नहीं कर रही है। प्रदेश की जनता को राहत देने के लिए मैं अपनी तरफ से 21 जनवरी को जब प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से बजट को लेकर चर्चा करूंगा तो वैट में कुछ राहत देने को लेकर बात की जाएगी। संभव हुआ तो वैट कम करके राहत देंगे। हालांकि ऐसा करने से अर्थव्यवस्था पर असर पड़ता है, लेकिन प्रदेश की जनता की हमें चिंता है।