Big News | कोविड-वैक्सीन का ट्रायल डोज लगवाने वाले वालेंटियर की मौत, मजदूरी का करता था काम, प्रदेश में आग की तरह फैली खबर
1 min read
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भारत बायोटेक की कोविड-वैक्सीन का ट्रायल किया गया और वॉलिंटियरों को वैक्सीन लगाई गई। भोपाल में पीपुल्स मेडिकल कॉलेज में 12 दिसंबर को को वैक्सीन का ट्रायल टीका लगवाने वाले 47 वर्षीय वालंटियर दीपक मरावी की मौत 21 दिसंबर को हो गई। जिसके कारण दीपक के परिवार वालों ने वैक्सीन को लेकर सवाल उठाए। दीपक मरावी मजदूरी करता था और उनके तीन बच्चे थे। 12 दिसंबर को उनको पहली डोज दी गई उसके बाद उनकी तबीयत खराब हो गई एवं 21 दिसंबर को उनकी मौत हो गई। 19 दिसंबर को उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ी, अचानक घबराहट, बेचैनी, जी मिचलाना फिर उल्टियां होने लगी। स्वर्गीय दीपक के पुत्र आकाश के अनुसार टीका लगने के उपरांत उसके पिता काम पर नहीं जा रहे थे। सबसे बड़ी बात चौंकाने वाली यह है कि स्व. दीपक मरावी भोपाल गैस त्रास दी से पीड़ित है। पहली डोज ट्रायल के बाद उनकी मृत्यु हो गई थी। उसके उपरांत भी दूसरे डोज के लिए फोन आया। पीपल्स मेडिकल कॉलेज भोपाल की थर्ड फेस क्लिनिकल ट्रायल टीम ने शुक्रवार को 8 जनवरी को दीपक को फोन किया। दूसरे रोज के लिए मोबाइल फोन पर आए इस कॉल को स्व. दीपक के पुत्र आकाश ने रिसीव किया और उन्होंने टीम को पिता के निधन का समाचार दिया। इसमें चौंकाने वाली बात यह है कि वॉलिंटियर के रूप में ऐसे व्यक्ति को चुना गया जो कि गैस त्रासदी प्रभावित था और दूसरी सबसे बड़ी बात यह है कि प्रथम ट्रायल दोज देने के बाद खोज खबर तक नहीं ली गई की क्या स्थिति है।