Raipur News | शारीरिक शोषण मामले में बोले एक्टर संजय बतरा, मैंने पहले की थी शिकायत, मामले में पुलिस ने नही की कोई कार्रवाई.. क्यों ..?
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रायपुर। छत्तीसगढ़ से लेकर बॉलीवुड तक धाक जमाने वाले मशहूर एक्टर संजय बतरा पर अप्राकृतिक शारीरिक संबंध बनाने, धमकाने और मारपीट करने का आरोप लगा है। यह मामला अब तूल पकड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। इस मामले में एक्टर संजय बतरा ने एक नया खुलासा किया है। उनका कहना है कि उन्हें ऐसा होने की आशंका पहले से थी लिहाजा उन्होंने इसकी जानकारी रायपुर पुलिस के आला अधिकारियों को दी थी और लिखित शिकायत भी की थी। हालांकि संजय का कहना है कि इस मामले में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी।
संजय का कहना है कि उन्होंने शिकायत में बताया था कि- उनकी पत्नी कुछ लोगों के जरिए दो करोड़ रुपए की मांग कर रही है, रुपए नहीं दिए गए तो वो झूठे आरोप लगाकर उन्हें फंसा सकती है। एक्टर बतरा ने बताया कि उनकी इस शिकायत को लेकर क्या कार्रवाई की गई, उन्हें नहीं बताया गया मगर अब महिला की शिकायत पर पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।
गौरतलब है कि आरोपी संजय बतरा के खिलाफ राजधानी रायपुर के कबीर नगर थाना में अप्राकृतिक यौन संबंध, धमकाने और मारपीट समेत कई धाराओं में अपराध पंजीबद्ध कर लिया गया है। कबीर नगर पुलिस मामले की विस्तृत विवेचना में जुट चुकी है।
बता दें कि छोटे पर्दे से लेकर सिल्वर स्क्रीन तक अपने किरदार का लोहा मनवा चुके फिल्म व रंगमंच के कलाकार संजय बत्रा इन दिनों सोनी टीवी में हिस्ट्रीकल सीरियल ‘पेशवा बाजीराव’ में नजर आते हैं। रायपुर में जन्मे व दुर्गा कॉलेज में संजय बतरा ने पीजी तक तालीम हासिल की है। यहां आकाशवाणी में सेवाएं दी उसके बाद भोपाल चले गए थे. चूंकि उनका पैशन थियेटर था, भोपाल में संभावनाएं नजर नहीं आईं इसलिए वे दिल्ली पहुंच इप्टा (इंडियन पीपुल्स थियेटर एसोसिएशन) ज्वाइन में खुद को तपाया। वहां इला अरुण के प्ले जायज- नाजायज में पहला ब्रेक मिला।
संजय बतरा को 90 के दशक की सुपरहिट फिल्म ‘अंदाज अपना-अपना’ में मौका मिला। उन्होंने बाबूलाल की भूमिका निभाई। इसी तरह ‘मम्मो’, ‘घातक’ और ‘काला सच’ सहित कई फिल्मों में उनका रोल था। लेकिन असली पहचान उन्हें छोटे परदे से ही मिली। साल 2004 में स्टार प्लस से ‘केसर’ सीरियल से बेजोड़ पारी की शुरुआत की। इसके बाद ‘छोटी बहू-सिंदुर बिन सुहागन’, ‘ज्योति’, ‘बालिका वधु’, ‘इस प्यार को क्या नाम दूं’, ‘मिसेज कौशिक की पांच बहुएं’, ‘बावरे’, ‘पिया रंगरेज’ और ‘एक लक्ष्य’ में धुआंधार अभिनय किया। स्टार परिवार अवार्ड में वे फेवरेट पिता की कैटीगिरी में नॉमिनेट भी किए गए। बत्रा ने छत्तीसगढ़ी फिल्मों में भी अपनी अमिट छाप छोड़ी है, इसमें परदेशी के मया, मया देदे मयारू में धमाकेदार भूमिका रही।