कंडेल से असहयोग की प्रेरणा दी थी बापू ने : रविन्द्र चौबे
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आज दिनांक 20 दिसंबर 2020 को बापू और छत्तीसगढ़ कार्यक्रम का आयोजन आनंद समाज वाचनालय ब्राह्मण पारा में हरि ठाकुर स्मारक संस्थान रायपुर एवं साहित्य संगीत संस्कृतिक मंच मुजगहन के संयुक्त तत्वाधान में किया गया। महात्मा गांधी के रायपुर आगमन के 100 वर्ष पूर्ण होने पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय कृषि मंत्री रविंद्र चौबे एवं अध्यक्षता राजे महंत डॉ राम सुंदर दास अध्यक्ष राज्य गौ सेवा आयोग तथा विशिष्ट अतिथि रमेश नैयर रहे।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रथम छत्तीसगढ़ आगमन के शताब्दी वर्ष के अवसर पर प्रकाशित स्मारिका का लोकार्पण किया गया। मुख्य अतिथि रविंद्र चौबे ने महात्मा गांधी को स्मरण करते हुए कहां की गांधी जी का छत्तीसगढ़ दो बार आगमन हुआ. पंडित सुंदरलाल शर्मा जी ने उन्हें कोलकाता से रायपुर और फिर कंडेल तक लेकर आये थे असहयोग आंदोलन की जिस तरह से कंडेल के किसानों ने शुरुआत की थी यहां से जाने के बाद गांधी जी ने उसी असहयोग आंदोलन को आजादी के सबसे प्रमुख आंदोलन के रूप में परिवर्तित किया। बापू के ग्राम स्वराज के सपने को पूर्ण करने के की दिशा में हमारी सरकार किसानों की समृद्धि, गोधन संवर्धन, गरीबों को न्याय के लिए संकल्पित है।तत्पश्चात कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महंत रामसुंदर दास ने कहा कि महात्मा गांधी जो कुछ भी कहा करते थे उसे अपने जीवन में भी उतारा करते थे, दिखावा उन्होंने कभी नहीं किया तथा आडंबर उसे सदा दूर रहा करते थे।
पंडित सुंदरलाल शर्मा जी के अस्पृश्यता निवारण कार्यक्रम की प्रशंसा की तथा इस क्षेत्र में उन्हें अपना प्रेरक माना. पंडित सुंदरलाल शर्मा जी के अस्पृश्यता निवारण कार्यक्रम की प्रशंसा की तथा इस क्षेत्र में उन्हें अपना प्रेरक माना. इसके पश्चात वरिष्ठ पत्रकार रमेश नैयर ने अपने संबोधन में कहा कि यदि महात्मा गांधी ना होते तो हमें आजाद होने में और अधिक समय लगता। ऐसे कई देश हैं जिन्हें हमारे बाद स्वतंत्रता मिली है। गांधी जी ने अपने आदर्शों और मूल्यों से कभी समझौता नहीं किया। स्वाधीनता सेनानी लक्ष्मणराव उदगिरकर के नाती संदीप काले वामनराव लाखे के पुत्र आशीष लाखे व शंकरराव गनौदवाले के परिजन का अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम में शंकराचार्य प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के कुलपति, प्रोफेसर एलएस निगम, इतिहासकार आचार्य रमेंद्रनाथ मिश्र, पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी, एन आई टी के पूर्व प्रभारी प्राचार्य जी. आर. साहू, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार से पीएन तिवारी (पूर्व आईजी), एनकेएस ठाकुर(पूर्व डीआईजी), अनिरुद्ध दुबे, धनंजय त्रिपाठी, समृद्धि सिंह, अभिमन्यु सिंह, उपमन्यु सिंह, भारतेंदु सिंह. वरिष्ठ साहित्यकार रामेश्वर शर्मा शकुंतला तरार पंचराम सोनी चेतन भारती राम विशाल सोनकर तिलकराम देवांगन कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सुरेंद्र शुक्ला धनंजय सिंह ठाकुर पार्षद ज्ञानेश शर्मा अशोक तिवारी, अरविंद मिश्रा हरि ठाकुर स्मारक संस्थान के सचिव आशीष सिंह, वरिष्ठ पत्रकार एवं संपादक जितेंद्र शर्मा, अखिल भारतीय साहित्य परिषद के प्रांत संयोजक प्रभात मिश्र कार्यक्रम के समापन में कंचन जोशी ने गांधी जी के प्रिय भजन वैष्णव जन का गायन किया|