Sukma | टीकाकरण अभियान से पशुओं की हो रही रक्षा, अब तक 3 लाख 86 हजार पशुओं का हुआ टीकाकरण
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जर्नलिस्ट अनवर हुसैन –
सुकमा | प्रदेश सरकार द्वारा सुराजी गांव योजनान्तर्गत नरवा, गरुआ, घुरूवा और बाड़ी को सुरक्षित और संवर्धित करने का कार्य किया जा रहा है। गोठान बनने से पशुओं की देखरेख के साथ ही गोधन से आर्थिक व्यवस्था को लाभ मिल रहा है और स्थानीय लोगों को रोजगार मूलक गतिविधियां से आर्थिक सुदृढता भी मिली है। सुकमा जिले में पशुओं को संक्रामक रोगों से बचाने हेतु टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। जिसके अन्तर्गत गलघोंटू, एक टांगिया, खुरा चपका, इंट्रोटाक्समिया, पीपीआर, एंटी रेबीज सहित अन्य घातक बीमारियों से सुरक्षित रखने के लिए निरंतर टीकाकरण एवं औषधि वितरण का कार्य किया जा रहा है।
इसी तारतम्य में पशुधन विकास विभाग सुकमा द्वारा आज विकासखंड कोंटा के अतिसवेंदनशील क्षेत्र ग्राम पंचायत भेज्जी सरपंचपारा मे पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया जिसमे पशु चिकित्सा कोंटा की टीम उपस्थिति में पशुओं का टीकाकरण किया गया। शिविर मे 243 पशुओं को गलघोंटू एवं 137 बकरे-बकरियों मे इंट्रोटाक्समिया का टीका लगाया गया।
बकरी पालन के लिए ग्रामीणों को किया प्रेरित
पशुधन विकास विभाग के उप संचालक डॉ.एस. जहीरुद्दीन ने बताया कि शिविर में स्थानीय ग्रामीणों को विभागीय योजनाओं की जानकारी देकर बैकयार्ड कुक्कुट पालन एवं बकरी पालन करने हेतु प्रेरित किया गया जिसमे 50 परिवारों के द्वारा बकरी पालन करने हेतु सहर्ष स्वीकृति दी गई। इसके साथ ही पशुपालकों को औषधि एवं बकरी पालकों को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत मिनरल मिक्चर, डि-वर्मर का वितरण किया गया। उन्होंने बताया कि अब तक जिले के 3 लाख 86 हजार पशुओं को मुख एवं खूरा चपका तथा 1 लाख 80 हजार पशुओं को गलघोंटू बिमारी से सुरक्षित रखने के लिए सफलतापूर्वक टीका लगाया जा चुका है।