November 7, 2024

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5G Service Launch In India | 21वीं सदी की सबसे बड़ी शक्ति का आगाज, HD वीडियो कॉल, भारत में 5G सेवाएं लांच

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5G Service Launch In India | The biggest power of the 21st century debuts, HD video calls, 5G services launched in India

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देश में 5G सर्विसेज की औपचारिक शुरुआत कर दी। इसके साथ ही रिलायंस जियो और एयरटेल की 5जी सेवाएं लाइव हो गई हैं। पहले चरण में देश के सभी महानगरों समेत 13 शहरों में इसे शुरू किया जा रहा है। आगे धीरे-धीरे इसका विस्तार होगा। दिसंबर 2023 तक इसे पूरे देश में शुरू करने की योजना है। पीएम मोदी ने 5G के लॉन्च से पहले भारतीय मोबाइल कांग्रेस के छठे संस्करण का उद्घाटन किया। 5जी नेटवर्क आने के बाद अभी मौजूदा 4G LTE से कम से कम 10 गुना तेज इंटरनेट स्पीड मिलेगी। 5जी में सिर्फ 10 सेकेंड में ही पूरी फिल्म डाउनलोड हो जाएगी। अभी दो घंटे की फिल्म को डाउलनोड करने में करीब 7 मिनट तक का समय लगता हैं। 5जी से हेल्थकेयर, एजुकेशन और एजुकेशन समेत सभी सेक्टर्स में क्रांति आने की बाद कही जा रही है।

यहां जानिए हर लाइव अपडेट..

– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में 5जी सर्विसेज की औपचारिक शुरुआत कर दी है।

– भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील भारती मित्तल ने कहा कि कंपनी लॉन्च के साथ आठ शहरों में 5जी सर्विस शुरू कर रही है। उन्होंने कहा कि मार्च, 2024 तक देश के सभी शहरों में एयरटेल की 5जी सर्विस शुरू हो जाएगी।

5जी के पांच फायदे –

मुकेश अंबानी ने 5जी के पांच फायदे गिनाए। उन्होंने कहा कि इससे सस्ती व हाई क्वालिटी एजुकेशन और स्किल डेवलपमेंट का रास्ता खुलेगा। साथ ही इससे हॉस्पिटल्स का कायापलट किया जा सकता है। इससे देश में हेल्थकेयर के सेक्टर में क्रांति आ जाएगी और लोगों को क्वालिटी हेल्थकेयर फैसिलिटी मिलेगी। यह कई क्षेत्रों में शहरी और ग्रामीण भारत के बीच अंतर को पाट सकता है। यह स्मॉल स्केल इंडस्ट्रीज के लिए हाई टेक टूल्स उपलब्ध कर सकता है। 5जी से भारत दुनिया के इंटेलीजेंस कैपिटल के रूप में उभर सकता है।

– मुकेश अंबानी ने कहा कि 5जी केवल नेक्स्ट जेनरेशन की कनेक्टिविटी टेक्नोलॉजी नहीं है। मुझे लगता है कि यह फाउंडेशनल टेक्नोलॉजी है जो 21वीं सदी की दूसरी टेक्नोलॉजीज की पूरी क्षमता को खोलेगी। इनमें आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, रोबोटिक्स, ब्लॉकचेन और मेटावर्स शामिल हैं।

– मुकेश अंबानी ने कहा कि 5जी डिजिटल कामधेनु की तरह है। भारत ने भले ही देर से शुरुआत की लेकिन हम इसमें पहले नंबर पर आए हैं। इससे भारत इंटेलीजेंस हब के तौर पर उभर सकता है।

– रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि 5जी ग्रामीण इलाकों की तस्वीर बदल सकता है। यह रूरल एरियाज में हॉस्पिटल्स को स्मार्ट हॉस्पिटल्स में बदल सकता है।

– टेलिकम्युनिकेशन मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने कहा कि टेलिकॉम डिजिटल इंडिया का गेटवे है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टेलिकॉम सेक्टर को regulatory certainty दी है।

– देश में टेलिकॉम स्पेक्ट्रन की सबसे बड़ी नीलामी हाल में हुई थी। इसमें 1.5 लाख करोड़ रुपये की बोलियां मिली थीं। मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जियो ने 88,078 करोड़ रुपये का स्पेक्ट्रम खरीदा था। साथ ही गौतम अडानी की अगुवाई वाले अडानी ग्रुप ने भी अपने इस्तेमाल के लिए स्पेक्ट्रम की खरीद की थी।

– रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने 29 अगस्त को कंपनी की 45वीं एजीएम में घोषणा की थी कंपनी 5जी के तेजी से रोलआउट के लिए 200,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।

– एनालिस्ट्स का कहना है कि जियो का एसए नेटवर्क इस जंग में अंतर पैदा कर सकता है। अगर 700 मेगाहर्ट्ज बैंड से जुड़ा ईकोसिस्टम तेजी से विकसित होता है तो कंपनी इसका फायदा उठा सकती है। इसकी वजह यह है कि घनी शहरी बस्तियों और ग्रामीण इलाकों में यह बेहतर साबित होगा। बीएनपी परिबास के मुताबिक अगर 5जी अडॉप्शन में तेजी आती है और नए स्पेक्ट्रम नीलामी में देरी होती है तो 700 स्पेक्ट्रम बैंड जियो को कवरेज में एडवांटेज दे सकता है और इसका मार्केट शेयर में सुधार आ सकता है।

– एयरटेल ने एनएसए मोड चुना है। कंपनी की योजना मार्च, 2024 से पूरे देश में 5जी सेवा शुरू करने की है। दूसरी ओर जियो ने अपने 5जी लॉन्च के लिए एसए मोड चुना है। हाल में हुई स्पेक्ट्रम नीलामी में केवल जियो ने ही 700 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम खरीदा था। जियो की पेरेंट कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपनी हालिया रिपोर्ट में कहा कि कंपनी देश के 1000 शहरों में 5जी कवरेज प्लान शुरू करने के लिए तैयार है। दूसरी ओर एयरटेल का कहना है कि वह 5000 शहरों और कस्बों में 5जी सर्विस शुरू करने के लिए तैयार है।

– Edelweiss Securities के मुताबिक 5जी दिग्गजों की जंग होगी। सुनील मित्तल की अगुवाई वाली भारती एयरटेल और मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जियो की 5जी स्ट्रैटजी पूरी तरह अलग है। इस लड़ाई में कौन जीतेगा, इसका फैसला इस बात पर होगा कि एयरटेल अपनी रणनीति को कैसे जमीन पर उतारती है और जियो का ईकोसिस्टम कैसे विकसित होता है। जियो-एयरटेल की 5जी लड़ाई टेक्नोलॉजी पर निर्भर नहीं होगी लेकिन इस बात से तय होगी कि सभी स्टेकहोल्डर्स के लिए लागत कम करने के लिए कौन तेजी से अपने ईकोसिस्टम को अडॉप्ट करता है।

– GSMA का दावा है कि 2023 तक देश में 5जी यूजर्स की संख्या 10 करोड़ तक पहुंच जाएगी।

– इस इवेंट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव, रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी, जियो के चेयरमैन आकाश अंबानी और वोडाफोन आइडिया के कुमारमंगलम बिड़ला मौजूद हैं।

– पहले फेज में 13 शहरों में सबसे पहले 5जी सेवा को लॉन्च किया जाएगा। इनमें दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, बेंगलूरु, चंडीगढ़, चेन्नई, गांधीनगर, गुरुग्राम, हैदराबाद, कोलकाता, जामनगर, लखनऊ और पुणे शामिल हैं। इसके दो साल बाद पूरे देश में 5जी सेवा का तेजी से विस्तार किया जाएगा।

– सर्वे में शामिल 20 फीसदी यूजर्स ने कहा कि वे अपने सर्विस प्रोवाइडर के 5जी नेटवर्क के अपग्रेड होने का इंतजार करेंगे जबकि 14 फीसदी ने कहा कि वे 5जी अनेबल्ड स्मार्टफोन को अपग्रेड करने के बाद 5जी सर्विस लेंगे। केवल दो फीसदी यूजर्स ने कहा कि वे 5जी में अपग्रेड नहीं होना चाहते हैं। इस सर्वे में देश को शहरी और ग्रामीण इलाकों के 2,000 स्मार्टफोन यूजर्स को शामिल किया गया था।

– अमेरिका के नेटवर्क इंटेलीजेंस प्रोवाइडर Ookla ने एक सर्वे के आधार पर दावा किया है कि 89 फीसदी स्मार्टफोन यूजर्स 5जी अपनाने के लिए तैयार हैं। इनमें 48 फीसदी यूजर्स तो ऐसे हैं जो सर्विस लॉन्च होते ही इसे लेना चाहते हैं। इसके लिए वह सर्विस प्रोवाइडर को भी बदलने को तैयार हैं। यानी अगर अभी उनके पास अभी एयरटेल का सिम है और उनके इलाके में रिलायंस जियो अपनी 5जी सेवा शुरू कर देती है, तो ऐसी स्थिति में वे एयरटेल को छोड़कर जियो में जाने को तैयार हैं।

– अभी तक देश में लोग 4जी का इस्तेमाल कर रहे हैं। अब 5जी आने के बाद लोगों को हाई स्पीड इंटरनेट की सुविधा मिलने लगेगी। इससे न केवल लोगों का समय बचेगा वहीं नए दौर के कई एप्लीकेशन को भी आसानी से इस्तेमाल किया जा सकेगा। 5जी की मदद से ग्राहकों का अनुभव पहले से कही ज्यादा बेहतर रहेगा साथ ही अब ट्रांजेक्शन से लेकर फाइल को डाउनलोड या अपलोड करने में भी न के बराबर वक्त लगेगा। पांचवीं पीढ़ी यानी 5जी दूरसंचार सेवाओं के जरिए कुछ ही सेकेंड्स में मोबाइल और दूसरे उपकरणों पर हाई क्वालिटी वाले लंबी अवधि के वीडियो या फिल्म को डाउनलोड किया जा सकता है। यह एक वर्ग किलोमीटर में करीब एक लाख संचार उपकरणों को समर्थन करेगा।

– इंडिया मोबाइल कांग्रेस का आयोजन दिल्ली के प्रगति मैदान में हो रहा है। इंडिया मोबाइल कांग्रेस को एशिया में सबसे बड़ा टेलीकॉम, मीडिया और टेक्नोलॉजी फोरम माना जाता है। इसे संयुक्त तौर पर डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम्युनिकेशंस व सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया आयोजित करते हैं। 5जी की स्पीड 4जी से 10 गुना ज्यादा तेज होगी। इसमें बड़े से बड़ा वीडियो भी कुछ ही सेकेंड्स में डाउनलोड हो जाएगा। इसकी स्पीड का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि जहां एक फिल्म को डाउनलोड करने में 4जी नेटवर्क पर जहां छह मिनट लगते हैं, वहीं 5जी नेटवर्क पर यह काम 20 सेकंड में हो जाएगा।

– माना जा रहा है कि 5जी के आने के बाद मोबाइल टेलिफोन की दुनिया पूरी तरह बदल जाएगी। 5जी की स्पीड 4जी से 10 गुना ज्यादा है। 5जी आने के बाद ऑटोमेशन बढ़ जाएगा। अभी तक जो चीजें बड़े शहरों तक सीमित है वे गांव-गांव तक पहुंचेंगी। इंटरनेट ऑफ थिंग्स और औद्योगिक आईओटी और रोबोटिक्स की तकनीक को नए पंख लगेंगे। इससे देश की इकॉनमी को फायदा होगा और ई-गवर्नेंस का विस्तार होगा। इससे कारोबार, शिक्षा, हेल्थ और एग्रीकल्चर जैसे सेक्टर्स में क्रांति आ सकती है। 4जी नेटवर्क पर जहां औसतन इंटरनेट स्पीड 45एमबीपीएस होती है लेकिन 5जी नेटवर्क पर यह बढ़कर 1000 एमबीपीएस तक पहुंच जाएगी। इसकी स्पीड का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि जहां एक फिल्म को डाउनलोड करने में 4जी नेटवर्क पर जहां छह मिनट लगते हैं, वहीं 5जी नेटवर्क पर यह काम 20 सेकंड में हो जाएगा।

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