हिंसा पर सोनिया के 5 सवाल- दिल्ली जल रही थी तो कहां थे अमित शाह और केजरीवाल?
1 min read●दिल्ली हिंसा पर सोनिया गांधी के 5 सवाल हिंसा के दिन कहां थे अमित शाह?: सोनिया
●राष्ट्रपति भवन तक मार्च करेंगे कांग्रेस नेता
देश की राजधानी दिल्ली में पिछले तीन दिनों से फैली हिंसा के मसले पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है.
●बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सोनिया गांधी ने दिल्ली में फैली हिंसा के लिए सीधे तौर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को जिम्मेदार बताया और उनसे तुरंत इस्तीफा देने को कहा.
●इस दौरान सोनिया गांधी ने दिल्ली हिंसा पर मोदी सरकार से पांच सवाल पूछे और हिदायत भी दी.
केंद्र और राज्य सरकार से सोनिया गांधी के सवाल…
1. पिछले इतवार से देश के गृह मंत्री कहां थे और वो क्या कर रहे थे?
2. पिछले इतवार से दिल्ली के मुख्यमंत्री कहां थे और क्या कर रहे थे?
3. दिल्ली चुनाव के बाद इंटेलिजेंस एजेंसी के द्वारा क्या जानकारी दी गई?
4. इतवार की रात से कितनी पुलिस फोर्स दंगों वाले इलाके में लगाई गई, जब ये साफ था कि दंगे और भी फैलने वाले हैं?
5. जब दिल्ली में हालात बेकाबू हो गए थे, पुलिस का कोई कंट्रोल नहीं बचा था तो अतिरिक्त सुरक्षाबलों को क्यों तैनात नहीं किया गया?
शांति स्थापित करने को सोनिया गांधी ने दी ये सलाह
– हर मोहल्ले में पीस कमेटी बननी चाहिए
– सीनियर सिविल सर्वेंट को हर जिले में तैनात करना चाहिए.
– दिल्ली सीएम को प्रभावित इलाकों का दौरा करना चाहिए
– कांग्रेस पार्टी लोगों को शांति बनाए रखने की अपील करती है.
अमित शाह पर सोनिया गांधी का तीखा वार
कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी के निशाने पर सीधे तौर पर अमित शाह रहे. सोनिया गांधी ने कहा, ‘दिल्ली में मौजूदा स्थिति के लिए केंद्र सरकार, खास तौर से गृह मंत्री जिम्मेदार हैं. फौरन तौर से गृह मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए. दिल्ली के मुख्यमंत्री, दिल्ली सरकार भी शांति सदभाव बनाए रखने में विफल हैं. दोनों सरकारों की जिम्मेदारी निभाने में विफलता के कारण देश की राजधानी में ऐसे हालात बने हैं.’
आपको बता दें कि दिल्ली में फैली हिंसा के खिलाफ कांग्रेस पार्टी राष्ट्रपति भवन तक मार्च निकालेगी. पहले ये मार्च बुधवार को ही निकाला जा रहा था, लेकिन अब इस इस मार्च को गुरुवार को निकाला जाएगा. गौरतलब है कि दिल्ली हिंसा में अभी तक 20 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि करीब 189 लोग घायल हैं.