माैसम / शीतलहर की चपेट में उत्तरी छत्तीसगढ़, पारा एक ही दिन में 5 डिग्री से नीचे, अंबिकापुर व जशपुर ने ओढ़ी बर्फ की चादर
1 min readमाैसम / शीतलहर की चपेट में उत्तरी छत्तीसगढ़, पारा एक ही दिन में 5 डिग्री से नीचे, अंबिकापुर व जशपुर ने ओढ़ी बर्फ की चादर
◆जशपुर में शुक्रवार रात पारा शून्य डिग्री पहुंच गया। जिसके चलते पेड़-पौधों पर बर्फ जम गई।
जशपुर में शुक्रवार रात पारा शून्य डिग्री पहुंच गया। जिसके चलते पेड़-पौधों पर बर्फ जम गई।
◆अरब सागर में तूफान के असर से अाए बादल शुक्रवार तड़के साफ हुए तो पूरे प्रदेश में अचानक बढ़ गई ठंड
जशपुर में रात को शून्य, मैनपाट में एक डिग्री पहुंचा तापमान, एक-दो दिन में अभी और बढ़ेगी ठंड।
◆अरब सागर में आए तूफान का असर छत्तीसगढ़ के मौसम में साफ तौर पर दिखाई देना शुरू हो गया। तूफान से छंटे बादलों के बाद रायपुर सहित उत्तरी छत्तीसगढ़ ठंड से सिहर उठा है। हालात यहां तक पहुंच गए हैं कि पारा एक दिन में ही 5 डिग्री नीचे चला गया। अंबिकापुर और जशपुर ने तो बर्फ की चादर ओढ़ ली है। जशपुर में शुक्रवार रात पारा शून्य डिग्री पर पहुंच गया। वहीं प्रदेश का शिमला कहे जाने वाले मैनपाट में एक डिग्री तापमान दर्ज किया गया है। प्रदेश में सबसे कम तापमान अंबिकापुर में बना हुआ है।प्रदेश के सभी संभागों में एक-दोस्थानों पर हल्की बारिश होने की संभावना है।
◆प्रमुख शहरों का तापमान
शहर न्यूनतम तापमान
रायपुर 9.6
पेंड्रा रोड 4.1
दुर्ग 6.4
जगदलपुर 11.4
अंबिकापुर 3.8
बिलासपुर 7.5
राजनांदगांव 7.5
प्रदेश में अंबिकापुर सबसे ठंडा, तीन दिन अभी और गिरेगा पारा
★राजधानी रायपुर में भी रात का तापमान गुरुवार के मुकाबले साढ़े 3 डिग्री कम रहा। आसमान पर छाए बादल शनिवार सुबह साफ जरूर हुए और धूप भी निकली। लेकिन चल रही सर्द हवाओं ने धूप की गर्माहट को भी कम कर दिया है। देश के उत्तरी हिस्से से आ रही शुष्क और ठंडी हवा के कारण प्रदेश अचानक ठंड की चपेट में अाया है। शीतलहर के चलते अंबिकापुर का न्यूनतम तापमान 3.8 डिग्री दर्ज किया गया जो इस सीजन का सबसे कम है। 12 घंटे मेें ही तापमान में 4 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है।
★लालपुर मौसम केंद्र के वैज्ञानिक हरिप्रसाद चंद्रा ने बताया कि अगले तीन दिन तक तापमान में लगातार गिरावट के पूरे आसार हैं। उत्तर से ठंडी हवा 30 दिसंबर तक अा सकती है। इससे रोजाना ही तापमान में गिरावट अाएगी। अभी उत्तरी छत्तीसगढ़ में तापमान सामान्य से 5 डिग्री तक नीचे हो गया है। इस वजह से सरगुजा और बिलासपुर संभाग का अधिकांश हिस्सा शीतलहर की चपेट में आ गया है। ठंड बढ़ने से हॉस्पिटल में सांस और दमा के मरीज बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। डॉक्टरों ने लोगों को ठंड से एहतियात बरतने की सलाह दी है।
★जहां तक मैदानी इलाकों का सवाल है, बिलासपुर शहर में ही ठंड बढ़ गई है और रात का तापमान 12 डिग्री के करीब पहुंच गया है। राजधानी रायपुर में रात का तापमान एक दिन में 3.5 डिग्री गिरकर 16 डिग्री पर पहुंच गया है। दुर्ग और राजनांदगांव में रात का तापमान 13 से 14 डिग्री के बीच है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार 28 और 29 दिसंबर की रात भी तापमान में कमी यानी ठंड बढ़ने का सिलसिला जारी रहेगा। अर्थात, मैदानी इलाकों में अगले दो दिन तक जोरदार ठंड के आसार हैं।
दो दिन बाद एक और तूफान
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अरब सागर में कम दबाव का सिस्टम (तूफान) बन रहा है। इसके असर से महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ तथा अासपास फिर बादल अा सकते हैं। इस वजह से ठंड कुछ कम होने की संभावना है। लेकिन तब तक रात ही नहीं, दिन में भी राजधानी का तापमान कम रहेगा। शुक्रवार को भी ठंडी हवा के कारण अधिकांश लोग दिनभर गर्म कपड़ों में देखे गए। शुक्रवार को बस्तर का तापमान प्रदेश में सबसे ज्यादा था, लेकिन वहां भी अगले दो दिन में पारा गिरेगा।