होली पर बाजार में प्रतिबंधित चाइनीज माल
1 min readरायपुर। राजधानी रायपुर बड़ा होलसेल बाजार है। रायपुर से छत्तीसगढ़, उड़ीसा और मध्यप्रदेश के कुछ हिस्से के रिटेलर खरीदी करते हैं। राजधानी का होलसेल मार्केट हर त्यौहार के महीने भर पहले सजकर तैयार हो जाता है। होली नजदीक है और रायपुर का होलसेल मार्केट सजकर तैयार है। खासकर होली में हर साल प्रतिबंध के बावजूद कई सामान धड़ल्ले से बिकते हैं। इस साल भी बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित सामान मार्केट में बड़ी मात्रा में पहुंच चुका है।
हानिकारक कलर्स व स्प्रे
हर साल की तरह इस साल भी सस्ते और हानिकारक रंग गुलाल मार्केट में बिक रहे हैं। जिनमें मौजूद केमिकल आंखों और स्किन के लिए नुकसानदेह है। कीटनाशकों की खाली बोतलों में स्प्रे वाले कलर्स बिकते हैं।
मुखौटे पर सालों से है प्रतिबंध
सुरक्षा की दृष्टि से होली में मुखौटों की बिक्री पर सालों से प्रतिबंध है। लेकिन हर साल चोरीछिपे बड़ी मात्रा में मुखौटे बेचे जाते हैं। प्रतिबंध होने के कारण मुखौटों पर मनमाना मुनाफा कमाया जाता है।
पानी वाले गुब्बारे और चाइनीज सामान
पानी वाले गुब्बारे, पोंगे सहित होली में हर साल नए-नए चाइनीज सामान आते हैं। जिनसे राह चलता आदमी हड़बड़ा कर दुर्घटना का शिकार हो जाए या स्वास्थ्य व पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है।
कोरोना ने बढ़ाया चाइनीज सामानों का दाम
आज बाजार चाइनीज सामानों से भरा पड़ा है। भारतीय त्यौहारों पर भी बाजार की मांग के हिसाब से चाइनीज सामानों की खेप पहुंचती है। कोरोना वायरस के कारण चीन से सामान आना बंद है। जिसके कारण चाइनीज सामानों के दामों में 40 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है। मांग के हिसाब से होली का सामान भी कम आया है। जिससे मनमाने दाम पर सामान बिक रहा है।
सिर्फ छोटे कारोबारियों पर खानापूर्ति कार्यवाही
होलसेल कारोबारियों के यहां त्यौहार के महीनों पहले प्रतिबंधित सामानों की बड़ी खेप पहुंच जाती है। पूरा माल धड़ल्ले से रिटेल कारोबारियों में खपा दिया जाता है। त्यौहारी सीजन के आखरी 4-6 दिनों में प्रशासन छोटे कारोबारियों पर खानापूर्ति के लिए कार्यवाही करता है। राजनीतिक दबाव के कारण बड़े कारोबारियों पर कार्यवाही नहीं होती है।