इस बार रायपुर को मिल सकते है 5 साल में 2 महापौर-सूत्र
1 min read◆प्रदेश के नगर निगमों चुनावों के परिणाम आ चुके है।अब महापौर चुनने का समय भी नजदीक आ चुका है,ऐसे मे सबसे ज्यादा जनता को राजधानी रायपुर के नए महापौर के नाम का इंतज़ार है।इस बार नए सिस्टम से पार्षदों द्वारा महापौर चुनना है।इस कारण तमाम वर्ग के पार्षदों द्वारा महापौर की लाबिंग चालू हो गई है।इनमें सबसे ज्यादा प्रचलित नाम वर्तमान महापौर प्रमोद दुबे,वरिष्ठ पार्षद ज्ञानेश शर्मा और दो बार के लगातार पार्षद एजाज ढेबर एवं अजीत कुकरेजा का है।
◆सूत्रों की माने तो कांग्रेस 15 साल के लंबे अंतराल के बाद राज्य की सत्ता पर आसीन हुई है इसलिए किसी भी निर्णय पर पहुँचने के पहले काफी मंथन कर रही है।जिस तरह से इस बार महापौर का चुनाव प्रत्यक्ष रूप से न होकर अप्रत्यक्ष से किया जाना है उसके मुताबिक महापौर का कार्यकाल भी पार्षदों के एकमत निर्णय से होगा।
सूत्रों की माने तो इस बार राजधानीवासियो को 5 साल मे 2 महापौर मिल सकते है।ढाई-ढाई साल के फार्मूले को पास किया जा सकता है।
◆ऐसे में पहला कार्यकाल कांग्रेस के पूर्व मीडिया प्रभारी एवं वरिष्ठ पार्षद ज्ञानेश शर्मा को मिल सकता है तथा दूसरे कार्यकाल के लिए एजाज ढेबर और अजीत कुकरेजा को ढाई साल इंतज़ार करना पड़ सकता है।
◆सभापति के लिए प्रमोद दुबे के नाम मे सहमति बनती नज़र आ रही है।उनकी वरिष्ठता को देखकर सभापति का पद उपयुक्त बैठता है।
◆यदि विधानसभा की बात करे तो चरणदास महंत को भी उनकी वरिष्ठता के आधार पर सभापति का पद दिया गया था।